मॉनसून में पौधे क्यों मरते हैं? जानें वजह और बचाव के उपाय
बरसात में नमी ज्यादा होती है, जिससे फंगस यानी कवक लगना आसान हो जाता है. फंगस पत्तियों पर सफेद या हरी परत बना देता है, जो जल्दी फैलता है और पौधे की पत्तियां काली या भूरी होकर गिरने लगती हैं.
बरसात का मौसम हरियाली और ताजगी लेकर आता है, लेकिन इस दौरान हमारे पौधों को कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. कई बार ऐसा होता है कि बारिश की बूंदें बढ़ने लगती हैं और पौधे मुरझाने लगते हैं. क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों होता है? इस लेख में हम जानेंगे कि बारिश में पौधे क्यों मरते हैं, उनकी देखभाल कैसे करें और इन्हें स्वस्थ कैसे रखा जा सकता है.
ज्यादा पानी से पौधों को क्या नुकसान होता है?
बारिश में मिट्टी में पानी जमा रहता है और इससे पौधों की जड़ों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती. जड़ें भी सांस लेती हैं, और जब उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिलती तो वे गलने लगती हैं. जड़ गलने से पौधा कमजोर हो जाता है, उसकी पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं और धीरे-धीरे पूरा पौधा मुरझा जाता है.
फंगल संक्रमण और कीटों का हमला
बरसात में नमी ज्यादा होती है, जिससे फंगस यानी कवक लगना आसान हो जाता है. फंगस पत्तियों पर सफेद या हरी परत बना देता है, जो जल्दी फैलता है और पौधे की पत्तियां काली या भूरी होकर गिरने लगती हैं. इसके साथ ही कीड़े-मकोड़े भी ज्यादा पैदा होते हैं जो पौधों को नुकसान पहुंचाते हैं.
पौधों की बरसाती देखभाल के आसान उपाय
गमलों में छेद जरूरी है: गमलों के नीचे छेद होना चाहिए ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके. बिना छेद के पानी जमा हो जाता है और पौधा सड़ जाता है.
गमले को ऊंचाई पर रखें: गमलों को ईंट या लकड़ी के टुकड़े पर रखें ताकि वे सीधे जमीन पर न रहें और पानी आसानी से बाहर निकल सके.
नाजुक पौधों को बारिश से बचाएं: जैसे गुलाब, गेंदा आदि पौधों को बारिश से बचाकर छत या टीन शेड के नीचे रखें.
बारिश के बाद धूप दिखाएं: बारिश रुकने पर पौधों को थोड़ी देर के लिए धूप में रखना चाहिए, इससे पानी सूखता है और फंगस से बचाव होता है.
नीम का तेल या जैविक कीटनाशक छिड़कें: इससे कीटों का प्रकोप कम होता है और पौधे स्वस्थ रहते हैं.
बरसात में टिकाऊ पौधे कौन-कौन से हैं?
कुछ पौधे बरसात के मौसम में भी अच्छे से पनपते हैं और खराब नहीं होते, जैसे:
- तुलसी
- एलोवेरा
- मनी प्लांट
- स्नेक प्लांट
- स्पाइडर प्लांट
इन पौधों को भी नियमित देखभाल और साफ-सफाई की जरूरत होती है.
पौधों को बीमारियों से कैसे बचाएं?
- पत्तियों पर पीले या भूरे धब्बे दिखें तो तुरंत संक्रमित पत्तियों को हटा दें.
- पौधे पर कीड़े-मकोड़े दिखें तो नीम का तेल या हल्का जैविक कीटनाशक छिड़काव करें.
- मिट्टी की नमी पर नियंत्रण रखें और जरूरत से ज्यादा पानी न दें.
- पौधों को समय-समय पर हवादार जगह पर रखें ताकि फंगस की संभावना कम हो.