बारिश में कैसे बचाएं अपने पौधे? अपनाएं ये मानसून गार्डनिंग टिप्स

बारिश के पानी से मिट्टी की ऊपरी परत बह जाती है, जिससे जड़ें बाहर आने लगती हैं. इससे बचने के लिए सूखे पत्ते, भूसा, छाल या नारियल की भूसी का मोटा परत बनाकर पौधों के चारों ओर डालें.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 26 Jun, 2025 | 10:20 AM

मानसून की बारिश घर के गार्डन में लगे नाजुक पौधों के लिए राहत से ज्यादा एक चुनौती बन सकता है. खासकर भारत जैसे उष्णकटिबंधीय देश में, जहां कई इलाकों में सालाना 100 इंच से ज्यादा बारिश होती है. तेज हवाएं, पानी भराव और नमी की अधिकता आपके मेहनत से लगाए गए पौधों को नुकसान पहुंचा सकती है. तो आइए जानते हैं कि कैसे आप अपनी छोटी सी हरियाली को बारिश के कहर से बचा सकते हैं, वो भी बिल्कुल आसान और घरेलू तरीकों से.

मिट्टी की नमी नहीं, जलभराव बनता है खतरा

सबसे बड़ी समस्या होती है पानी का जमाव. गमलों या क्यारियों में अगर पानी रुक गया, तो पौधों की जड़ें सांस नहीं ले पातीं और धीरे-धीरे गलने लगती हैं. इससे बचने के लिए ऐसी मिट्टी का उपयोग करें जिसमें ड्रैनेज अच्छा हो. आप अपनी बगिया की मिट्टी में बालू और खाद/कम्पोस्ट मिलाकर उसे हल्की और छिद्रदार बना सकते हैं, ताकि बारिश का पानी नीचे निकल सके.

ऊंचे और नाजुक पौधों को दें सहारा

मानसून के समय पत्तियों की बढ़त तेज होती है, जिससे कई पौधे सिर भारी हो जाते हैं और तेज हवा में गिर भी सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि ऊंचे और कमजोर पौधों को सहारा दिया जाए. आप बांस की पतली लकड़ी का सहारा दे सकते हैं, जिसे पौधे के पास हल्के झुकाव के साथ जमीन में 12 इंच तक गाड़ें और पौधे को नरमी से बांधें, ताकि वह संतुलित रहे और हवा का सामना कर सके.

शाखाओं को टूटने से बचाएं

कुछ पौधों की शाखाएं बारिश में बहुत भारी हो जाती हैं और टूटने लगती हैं. ऐसे पौधों को हल्के छायादार नेट या सूती कपड़े में लपेटकर बांध दें, ताकि तेज हवा उन्हें नुकसान न पहुंचा सके. साथ ही, समय-समय पर प्रूनिंग यानी छंटाई करते रहें, ताकि अनावश्यक बढ़ी पत्तियां हटाई जा सकें.

मल्चिंग करें

बारिश के पानी से मिट्टी की ऊपरी परत बह जाती है, जिससे जड़ें बाहर आने लगती हैं. इससे बचने के लिए सूखे पत्ते, भूसा, छाल या नारियल की भूसी का मोटा परत बनाकर पौधों के चारों ओर डालें. इसे मल्चिंग कहते हैं, जो न सिर्फ मिट्टी को बहने से रोकती है, बल्कि नमी भी बनाए रखती है और पौधों की जड़ों को सुरक्षा देती है.

ऐसे पौधे चुनें जो नमी में भी मुस्कराएं

अगर आप मानसून के दौरान नए पौधे लगाने की सोच रहे हैं तो ऐसे पौधों को चुनें जो नमी में पनपते हैं. जैसे फर्न, सिंगोनियम, मॉन्स्टेरा और फिडल लीफ फिग. ये पौधे ज्यादा नमी और इनडोर वातावरण में भी अच्छे से बढ़ते हैं.

ध्यान और सुरक्षा

बारिश के मौसम में पौधों को सिर्फ खाद और पानी नहीं, बल्कि आपका ध्यान और थोड़ी देखभाल चाहिए. हर दो-तीन दिन पर अपने गार्डन का मुआयना करें, पत्तियों पर पानी जमने न दें, और ध्यान रखें कि पौधों के आसपास हवा का पर्याप्त आवागमन बना रहे.

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