विदेशी धरती पर खेतों में उतरे कृषि मंत्री, टमाटर-सोयाबीन में तकनीक इस्तेमाल पर जोर

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों ब्राजील दौरे पर हैं, जहां उन्होंने खेती से जुड़ी आधुनिक तकनीकों का जायजा लिया. उन्होंने ब्राजील में खेती के लिए इस्तेमाल की जा रही तकनीकों को भारत में भी इस्तेमाल करने पर जोर दिया.

Kisan India
नोएडा | Published: 17 Apr, 2025 | 05:26 PM
1 / 8इस दौरे का मकसद भारत की खेती को और उन्नत बनाना और ब्राजील के अनुभवों से सीख लेकर भारतीय किसानों को लाभ पहुंचाना है. तो आइए जानते है दौरे की  खास बातें.

इस दौरे का मकसद भारत की खेती को और उन्नत बनाना और ब्राजील के अनुभवों से सीख लेकर भारतीय किसानों को लाभ पहुंचाना है. तो आइए जानते है दौरे की खास बातें.

2 / 8सोयाबीन की खेती पर फोकस करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में इस क्षेत्र का काफी स्कोप है. उन्होंने ब्राजील से सहयोग बढ़ाने और मिलकर प्रोसेसिंग प्लांट्स लगाने की बात भी कही ताकि भारत न सिर्फ सोया तेल आयात करे बल्कि भविष्य में निर्यातक भी बन सके.

सोयाबीन की खेती पर फोकस करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में इस क्षेत्र का काफी स्कोप है. उन्होंने ब्राजील से सहयोग बढ़ाने और मिलकर प्रोसेसिंग प्लांट्स लगाने की बात भी कही ताकि भारत न सिर्फ सोया तेल आयात करे बल्कि भविष्य में निर्यातक भी बन सके.

3 / 8 उन्होंने कहा कि भारत ब्राजील के साथ मिलकर सोयाबीन की प्रोसेसिंग यूनिट्स लगाए, जिससे देश में सोया तेल का आयात घटे और भविष्य में हम खुद एक्स्पोर्टर्स बन सकें. ब्राजील की पूरी तरह मैकेनाइज्ड खेती देखकर केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि भारत में भी खेती को मशीनों से आसान और तेज बनाना जरूरी है.

उन्होंने कहा कि भारत ब्राजील के साथ मिलकर सोयाबीन की प्रोसेसिंग यूनिट्स लगाए, जिससे देश में सोया तेल का आयात घटे और भविष्य में हम खुद एक्स्पोर्टर्स बन सकें. ब्राजील की पूरी तरह मैकेनाइज्ड खेती देखकर केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि भारत में भी खेती को मशीनों से आसान और तेज बनाना जरूरी है.

4 / 8उन्होंने सुझाव देते हुए कहा की भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और ब्राजील की रिसर्च एजेंसियां मिलकर अच्छे बीज तैयार करें ताकि किसानों के फसलों की पैदावार बढ़ सके.

उन्होंने सुझाव देते हुए कहा की भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और ब्राजील की रिसर्च एजेंसियां मिलकर अच्छे बीज तैयार करें ताकि किसानों के फसलों की पैदावार बढ़ सके.

5 / 8उन्होंने हजारों हेक्टेयर में फैली टमाटर और कॉर्न की खेती देखी, जो पूरी तरह से आधुनिक और वैज्ञानिक तरीकों से की जा रही थी. इसमें स्प्रिंकलर सिस्टम, यूरिया मिक्सिंग मशीन और वर्षा जल संचयन पूरी तरह से कंट्रोल्ड सिस्टम के जरिए की जा रही है.

उन्होंने हजारों हेक्टेयर में फैली टमाटर और कॉर्न की खेती देखी, जो पूरी तरह से आधुनिक और वैज्ञानिक तरीकों से की जा रही थी. इसमें स्प्रिंकलर सिस्टम, यूरिया मिक्सिंग मशीन और वर्षा जल संचयन पूरी तरह से कंट्रोल्ड सिस्टम के जरिए की जा रही है.

6 / 8जिसे पौधे को उतने ही पानी और न्यूट्रिएंट्स मिलती है जितनी जितनी आवश्यकता होती है. साथ ही ब्राजील में कॉर्न की प्रति हेक्टेयर उपज 22 टन तक की है.

जिसे पौधे को उतने ही पानी और न्यूट्रिएंट्स मिलती है जितनी जितनी आवश्यकता होती है. साथ ही ब्राजील में कॉर्न की प्रति हेक्टेयर उपज 22 टन तक की है.

7 / 8ब्राजील में जिस तरह सिंचाई होती है, उसमें कम पानी में स्प्रिंकलर और यूरिया मिलाकर पौधों को पोषण दिया जाता है. ये तरीका भारत के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है.

ब्राजील में जिस तरह सिंचाई होती है, उसमें कम पानी में स्प्रिंकलर और यूरिया मिलाकर पौधों को पोषण दिया जाता है. ये तरीका भारत के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है.

8 / 8इसके साथ ही उन्होंने ब्राजील के कृषि विशेषज्ञों और व्यापारियों को भारत आने और संभावनाओं को तलाशने का न्योता दिया है. और कहा की 'वसुधैव कुटुंबकम' का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और ब्राजील मिलकर दुनिया की खाद्य सुरक्षा में बड़ा योगदान दे सकते हैं.

इसके साथ ही उन्होंने ब्राजील के कृषि विशेषज्ञों और व्यापारियों को भारत आने और संभावनाओं को तलाशने का न्योता दिया है. और कहा की 'वसुधैव कुटुंबकम' का जिक्र करते हुए कहा कि भारत और ब्राजील मिलकर दुनिया की खाद्य सुरक्षा में बड़ा योगदान दे सकते हैं.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?

Side Banner

अमरूद के उत्पादन में सबसे आगे कौन सा प्रदेश है?