इस बार शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर से शुरू होकर 1 अक्टूबर तक मनाई जाएगी. चतुर्थी तिथि में वृद्धि होने के कारण यह नवरात्रि नौ की जगह पूरे 10 दिनों तक चलेगी, जो भक्तों के लिए बेहद शुभ मानी जा रही है.
मां दुर्गा इस बार गज (हाथी) पर सवार होकर आएंगी और मनुष्य के कंधे पर प्रस्थान करेंगी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गज पर माता का आगमन सुख-समृद्धि और धन-धान्य की वृद्धि का प्रतीक माना जाता है.
जब मां दुर्गा हाथी की सवारी करके आती हैं तो माना जाता है कि देश में कभी अन्न और धन की कमी नहीं रहती. यह समय किसानों, व्यापारियों और गृहस्थ जीवन जीने वालों के लिए उन्नति और खुशहाली लेकर आता है.
नवरात्रि का प्रारंभ घटस्थापना से होता है. इस बार घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 22 सितंबर को सुबह 06:09 से 08:06 बजे तक रहेगा. वहीं, अभिजित मुहूर्त 11:49 से 12:38 बजे तक मान्य है. कुल मिलाकर भक्तों को इस बार घटस्थापना के लिए 49 मिनट का विशेष समय मिलेगा.
इस बार नवरात्रि की शुरुआत 22 सितंबर प्रतिपदा तिथि से होगी और समापन 1 अक्टूबर नवमी को होगा. 2 अक्टूबर को विजयादशमी या दशहरा मनाया जाएगा. पूरे 10 दिनों तक मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाएगी.
लंबे समय बाद नवरात्रि 10 दिनों की हो रही है, जिसे अत्यंत शुभ और दुर्लभ संयोग माना जा रहा है. इस अवधि में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना से साधक को आध्यात्मिक बल, भौतिक सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. (Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान पर आधारित है. इन्हें अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.)