कॉफी पीने वाले लगभग सभी लोग इसे अपने दिन की शुरुआत का अहम हिस्सा मानते हैं. सुबह उठते ही एक कप कॉफी से न केवल नींद खुलती है बल्कि शरीर और दिमाग को ताजगी भी मिलती है. इसके एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और डिप्रेशन, स्ट्रेस को भी कम करते हैं. लेकिन हाल की रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि कॉफी बीन्स में पिसे हुए कीड़ों के अंश मिल सकते हैं, जिसमें कॉकरोच भी शामिल हैं. सुनने में यह थोड़ी डराने वाली बात लग सकती है, लेकिन वैज्ञानिक और एफडीए की रिपोर्ट्स इसे मान्य भी करती हैं.
कॉफी में कॉकरोच की सच्चाई
कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि कॉफी बीन्स और प्रोसेसिंग के दौरान कीड़े, कभी-कभी कॉकरोच भी कॉफी में मिल सकते हैं. यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) स्वीकार करता है कि पिसी हुई कॉफी में 10 फीसदी तक कीटों के अंश मौजूद हो सकते हैं. इसका मतलब यह नहीं कि कोई जानबूझकर कीड़े मिलाता है, बल्कि बड़े पैमाने पर उत्पादन में कीटों की पूरी तरह से अनुपस्थिति सुनिश्चित करना लगभग असंभव है.
पहली बार कब पता चला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कॉफी में कॉकरोच की उपस्थिति का पता सबसे पहले 1980 में चला था. एक प्रोफेसर ने ताजी कॉफी का स्वाद लेते समय एलर्जी का अनुभव किया और पाया कि यह वैसी ही प्रतिक्रिया थी जैसी कॉकरोच के संपर्क में होती है. इसके बाद से शोधकर्ताओं और एफडीए ने इस विषय पर अध्ययन करना शुरू किया.
कॉफी में कॉकरोच कैसे मिलते हैं?
कॉकरोच और अन्य कीड़े अक्सर कॉफी की तेज खुशबू की ओर आकर्षित होते हैं. जिन गोदामों में कॉफी स्टोर की जाती है, वहां छोटे कीड़े और कॉकरोच मौजूद हो सकते हैं. कॉफी बीन्स और कीड़े दिखने में समान होने की वजह से इन्हें हटाना मुश्किल होता है. प्रोसेसिंग के दौरान भी छोटे कीड़े पिसकर कॉफी में मिल सकते हैं. यही कारण है कि FDA ने 10 फीसदी तक कीटों से संबंधित अंश को स्वीकार्य माना है.
क्या सेहत को नुकसान हो सकता है?
हालांकि एफडीए स्वीकार करता है कि यह स्तर आम लोगों के लिए सुरक्षित है, फिर भी कुछ लोग जोखिम में हो सकते हैं. जिनको क्रस्टेशियंस या कीड़ों से एलर्जी है, उन्हें ग्राउंड कॉफी पीने से बचना चाहिए. कॉकरोच में ट्रोपोमायोसिन नामक प्रोटीन पाया जाता है, जो एलर्जी प्रतिक्रिया का कारण बन सकता है. एनाफिलैक्सिस यूके के अनुसार, एलर्जिक लोगों को कॉफी से बचाव करना चाहिए.
किसानों के लिए यह चिंता का विषय
किसानों के लिए यह चिंता का विषय है क्योंकि कॉफी में सूक्ष्म कीटों के अंश पाए जाने से उनकी फसल की गुणवत्ता और बाजार में बिक्री प्रभावित हो सकती है. उन्हें सही प्रोसेसिंग और पैकेजिंग पर ध्यान देना जरूरी है, ताकि उत्पाद सुरक्षित और ग्राहकों के लिए भरोसेमंद रहे.