खरीफ सीजन में धान की बंपर बुवाई.. मक्का, बाजरा के रकबे में भारी उछाल, देखिए आंकड़े

खरीफ सीजन 2025 में धान, मूंग, उड़द और मोटे अनाज की बुआई में अच्छी बढ़ोतरी हुई है. 20 जून तक धान का रकबा 13.22 लाख हेक्टेयर और मूंग का रकबा 4.43 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया.

नोएडा | Updated On: 23 Jun, 2025 | 07:32 PM

खरीफ सीजन 2025 में धान सहित कई फसलों के रकबे में बढ़ोतरी हुई है. केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 20 जून तक 13.22 लाख हेक्टेयर में धान की बुआई हुई है, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 4.86 लाख हेक्टेयर ज्यादा है. इसी तरह दालों की कुल बुआई भी बढ़कर 9.44 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गई है, जबकि 2024 में यह आंकड़ा 6.63 लाख हेक्टेयर था. यानी इसमें भी 2.80 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, अरहर बुआई में थोड़ी गिरावट आई है.

इस साल 20 जून तक 2.48 लाख हेक्टेयर में अरहर की बुवाई गई, जबकि 2024 में समान अवधि में इसका रकबा 2.61 लाख हेक्टेयर में था. इसी तरह 1.39 लाख हेक्टेयर में उड़द बोई गई, जो पिछले साल से 0.77 लाख हेक्टेयर ज्यादा है. यानी पिछले साल 20 जून तक 0.62 लाख हेक्टेयर में ही अरहर की बुवाई हो पाई थी. बात अगर मूंग की करें तो इसका रकब बढ़कर 4.43 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है, जोकि पिछले साल से 1.77  लाख हेक्टेयर अधिक है. यानी पिछले साल 20 जून तक केवल 2.67 लाख हेक्टेयर में ही मूंग बोया गया था.

मोटे अनाज के रकबे में अच्छी बढ़ोतरी

कृषि और किसान कल्याण विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, दलहन और मोटे अनाज (श्री अन्न) की बुआई में भी इस साल अब तक अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है. दलहन फसलों में कुलथी की बुआई 2025 में 0.08 लाख हेक्टेयर में हुई, जो पिछले साल से 0.01 लाख हेक्टेयर ज्यादा है. वहीं, मोठ की बुआई में जबरदस्त उछाल आया है, जो पिछले साल 0 थी. लेकिन इस साल बढ़कर 0.11 लाख हेक्टेयर हो गया है. साथ ही अन्य दलहन भी बढ़कर 0.94 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गए, जो पिछले साल की तुलना में 0.27 लाख हेक्टेयर ज्यादा है.

इन फसलों के रकबे में आई गिरावट

वहीं, मोटे अनाज की बुआई इस साल 18.03 लाख हेक्टेयर में हुई है, जो पिछले साल से 3.25 लाख हेक्टेयर ज्यादा है. ज्वार की बुआई 1.51 लाख हेक्टेयर में हुई, जो 0.61 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी है. साथ ही बाजरा की बुआई भी बढ़कर 3.70 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई, जो पिछले साल से 1.00 लाख हेक्टेयर ज्यादा है. हालांकि, रागी की बुआई में थोड़ी गिरावट आई है. यह घटकर 0.03 लाख हेक्टेयर रह गई. जबकि पिछले साल इसका रकबा 0.32 लाख हेक्टेयर था. इसके अलावा छोटे अनाज की बुआई भी थोड़ी कम हुई है, जो 0.47 लाख हेक्टेयर है. जबकि पिछले साल इसका रकबा 0.55 लाख हेक्टेयर था. यानी 0.08 लाख हेक्टेयर की गिरावट है.

Published: 23 Jun, 2025 | 07:30 PM