Dairy Farming Tips: इस देसी नुस्खे से गाय-भैंस का दूध बढ़ेगा दोगुना, कुछ ही दिनों में पशु बनेंगे सुपर एक्टिव!

Dairy Farming Tips: पशुपालन में आजकल महंगी दवाइयों और सप्लिमेंट्स का चलन बढ़ गया है, लेकिन कई किसान दुधारू पशुओं के लिए एक देसी और किफायती नुस्खा अपनाया है. सरसों के तेल और गेहूं के आटे के मिश्रण का नियमित उपयोग पशुओं की सेहत, पाचन और दूध उत्पादन को बढ़ा रहे हैं. यह नुस्खा सिर्फ दूध की मात्रा बढ़ाने में मदद नहीं करता, बल्कि पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करता है, थकान और सूजन कम करता है.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 29 Nov, 2025 | 01:30 PM
1 / 6सरसों के तेल में प्राकृतिक गर्माहट और पाचन सुधारने वाले तत्व मौजूद होते हैं. इसे सही मात्रा में देने से कुछ ही दिनों में दूध की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार दिखता है.

सरसों के तेल में प्राकृतिक गर्माहट और पाचन सुधारने वाले तत्व मौजूद होते हैं. इसे सही मात्रा में देने से कुछ ही दिनों में दूध की मात्रा और गुणवत्ता में सुधार दिखता है.

2 / 6गेहूं के आटे के साथ सरसों का तेल शाम को चारे के बाद देने से पेट संतुलित रहता है और पशु अधिक सक्रिय एवं चुस्त दिखाई देते हैं.

गेहूं के आटे के साथ सरसों का तेल शाम को चारे के बाद देने से पेट संतुलित रहता है और पशु अधिक सक्रिय एवं चुस्त दिखाई देते हैं.

3 / 6सरसों का तेल थकान और मांसपेशियों की जकड़न को दूर करता है. पशु अधिक आराम महसूस करते हैं और उनके दैनिक कामकाज में सक्रियता बढ़ती है.

सरसों का तेल थकान और मांसपेशियों की जकड़न को दूर करता है. पशु अधिक आराम महसूस करते हैं और उनके दैनिक कामकाज में सक्रियता बढ़ती है.

4 / 6मानसून या बदलते मौसम में यह छोटे-मोटे संक्रमणों और बीमारियों से पशुओं को बचाता है. यह प्राकृतिक ढाल की तरह काम करता है और पशुओं को स्वस्थ रखता है.

मानसून या बदलते मौसम में यह छोटे-मोटे संक्रमणों और बीमारियों से पशुओं को बचाता है. यह प्राकृतिक ढाल की तरह काम करता है और पशुओं को स्वस्थ रखता है.

5 / 6यदि मौसम या संक्रमण के कारण पशुओं की भूख कम हो जाती है, तो सरसों का तेल पेट को आराम देकर भूख बढ़ाने में मदद करता है, जिससे उनका वजन और स्वास्थ्य स्थिर रहता है.

यदि मौसम या संक्रमण के कारण पशुओं की भूख कम हो जाती है, तो सरसों का तेल पेट को आराम देकर भूख बढ़ाने में मदद करता है, जिससे उनका वजन और स्वास्थ्य स्थिर रहता है.

6 / 6गर्मी में शरीर को गर्म हवाओं से बचाता है, सर्दियों में ठंड से सुरक्षा देता है और मानसून में खांसी, जुकाम और संक्रमण से बचाव करता है. इसका असर हर मौसम में पशुओं को स्वस्थ रखने में रहता है.

गर्मी में शरीर को गर्म हवाओं से बचाता है, सर्दियों में ठंड से सुरक्षा देता है और मानसून में खांसी, जुकाम और संक्रमण से बचाव करता है. इसका असर हर मौसम में पशुओं को स्वस्थ रखने में रहता है.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 29 Nov, 2025 | 01:30 PM

आम धारणा के अनुसार अमरूद की उत्पत्ति कहां हुई?

Side Banner

आम धारणा के अनुसार अमरूद की उत्पत्ति कहां हुई?