आलू और टमाटर को एक साथ एक ही पौधे में उगाने के लिए ग्राफ्टिंग नामक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें दो अलग-अलग पौधों को जोड़कर एक नया पौधा तैयार किया जाता है.
इस पौधे में ऊपर की ओर टमाटर के फल लगते हैं और नीचे ज़मीन के अंदर आलू. यानी एक ही पौधा दो तरह की सब्जियां देने में सक्षम होता है.
टमाटर और आलू के मेल से बने इस पौधे को 'Pomato' कहा जाता है. यह नाम ‘Potato’ और ‘Tomato’ से मिलकर बना है, जो इसकी अनोखी प्रकृति को दर्शाता है.
यह तकनीक किसानों को एक ही जगह से दो फसलें लेने का मौका देती है, जिससे मेहनत कम होती है और मुनाफा ज्यादा होता है. खासकर कम जमीन वाले किसानों के लिए यह वरदान जैसी है.
यह तरीका छोटे बगीचों, गमलों या छतों पर बागवानी करने वालों के लिए भी बहुत उपयोगी है क्योंकि इसमें जगह की बचत होती है और उत्पादकता बढ़ती है.
ग्राफ्टिंग तकनीक से तैयार यह पौधा न सिर्फ देखने में दिलचस्प है, बल्कि इसके रखरखाव में भी ज्यादा मेहनत नहीं लगती, जिससे समय और संसाधनों की बचत होती है.