अलसी की खेती किसानों के लिए एक बेहतरीन आय का स्रोत बन सकती है, क्योंकि यह कम खर्च में ज्यादा मुनाफे वालें फसलों में से एक होती है.
अलसी में ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो हर्ट को हाल्दी रखने के साथ कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में भी मदद करता है.
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को निखारने और बालों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं. वहीं इसे घर पर लगाने के लिए ठंड शुष्क जलवायु की आवश्यकता होती है.
इसकी खेती के लिए अक्टूबर से नवंबर के बीच का समय सबसे अच्छा होता है. बीजों को मिट्टी में 2 से 3 सेंटीमीटर गहरा बोएं. यह पौधे कम पानी में भी अच्छी ग्रोथ कर सकता है.
अलसी की अच्छी पैदावार के लिए जैविक खाद का उपयोग करना बेहतर रहता है. नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश का संतुलित उपयोग पौधों की ग्रोथ के लिए जरूरी है.
आमतौर पर इस पौधे में कीटों का खतरा कम होता है, लेकिन फिर भी कीट नाशक का हल्का छिड़काव फसलों को खराब होने से बचा सकता है.
इस पौधे को तैयार होने में 4 से 5 महीने का समय लगता है. जब पौधे के तने पीले होने लगे तो समझ जाएं यह कटाई के लिए तैयार हैं.