अगर आप किसी ऐसे काम की तलाश में हैं जिसमें खर्च कम हो और मुनाफा जबरदस्त तो घोड़े की ब्रीडिंग यानी प्रजनन आपके लिए कमाई का सुनहरा मौका बन सकता है. आज अच्छी नस्ल के घोड़े पालना सिर्फ शौक नहीं, बल्कि लाखों रुपये की कमाई का जरिया बन चुका है. एक घोड़ा महीने में कई बार ब्रीडिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है और हर बार के लिए दो से तीन लाख रुपये तक की फीस मिलती है. यानी एक महीने में एक ही घोड़े से 20 से 30 लाख रुपये तक की आमदनी हो सकती है.
एक मीटिंग की कीमत लाखों में
अच्छी नस्ल के घोड़ों की डिमांड ब्रीडिंग के लिए काफी बढ़ गई है. मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक घोड़े से प्रजनन के लिए एक बार की मीटिंग का चार्ज 2 से 3 लाख रुपये तक होता है. अगर एक घोड़ा महीनेभर में करीब 10 बार ब्रीडिंग में इस्तेमाल हो तो महीनेभर में 20 से 30 लाख रुपये की कमाई हो सकती है. यही वजह है कि अब किसान और पशुपालक इस विकल्प को कमाई का नया जरिया मानने लगे हैं.
रखरखाव में कितना खर्च
अब बात करते हैं खर्च की. एक घोड़े को पालने में हर महीने करीब 30 से 40 हजार रुपये खर्च होते हैं. इसमें चारा, देखभाल, ट्रेनिंग और मेडिकल खर्च शामिल हैं. यानी लाखों की कमाई के मुकाबले यह खर्च बहुत कम है. खास बात यह है कि एक बार घोड़ा तैयार हो गया तो उसकी उपयोगिता सालों तक बनी रहती है.
नस्लें जो बना रही हैं बाजार
भारत में कई पारंपरिक घोड़ा नस्लें हैं जो अब ब्रीडिंग, शो राइडिंग और पर्यटन के लिए तैयार की जा रही हैं. इनमें मारवाड़ी, काठियावाड़ी, स्पीति, जांसकारी और मणिपुरी प्रमुख हैं. ये नस्लें न केवल देश में, बल्कि अब विदेशों में भी लोकप्रिय हो रही हैं. यहां तक कि विदेशी खरीदार भी भारत के इन घोड़ों में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. इससे देश में घोड़ा पालन और ब्रीडिंग का एक नया बाजार बनता दिख रहा है.
रेसिंग और शो राइडिंग से भी कमाई
घोड़े सिर्फ ब्रीडिंग तक सीमित नहीं हैं. जिनके पास अच्छा बजट है वे घोड़े पालकर हॉर्स रेसिंग से भी कमाई कर रहे हैं. रेसिंग में हिस्सा लेने वाले घोड़ों की ट्रेनिंग खास तरीके से होती है और इनकी कीमत करोड़ों तक पहुंच जाती है. कई अमीर लोग घोड़ा रेस के जरिए भी बड़ा पैसा लगाते और कमाते हैं.