अनार का पौधा लगाने का सबसे उपयुक्त समय जुलाई से सितंबर या फरवरी से मार्च होता है. इन महीनों में मिट्टी में नमी बनी रहती है और मौसम न ज्यादा गर्म होता है न ठंडा. इससे पौधे को जड़ें जमाने में आसानी होती है और पौधा जल्दी पनपता है.
अगर आपके पास जगह की कमी है तो अनार का पौधा बड़े गमले में भी लगाया जा सकता है. इसके लिए मिट्टी में गोबर की खाद, बालू और बागवानी की मिट्टी बराबर मात्रा में मिलाएं. पौधा लगाने के बाद उसे ऐसी जगह रखें जहां कम से कम 6 घंटे धूप आती हो.
अगर आप अनार का पौधा जमीन में लगा रहे हैं तो ऐसी जगह चुनें जहां धूप भरपूर आती हो और पानी जमा न हो. एक गड्ढा खोदें, उसमें अच्छी मिट्टी और खाद भरें, फिर पौधा लगाकर हल्के हाथों से दबाएं. हर 2–3 दिन में पानी देते रहें. पौधा लगने के बाद शुरुआत में थोड़ी छांव देना फायदेमंद हो सकता है.
अनार के पौधे को कम से कम 6 से 8 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए. वहीं, इसे ज्यादा पानी देने से बचें. हफ्ते में 2–3 बार हल्की सिंचाई पर्याप्त होती है. अत्यधिक पानी से जड़ें सड़ सकती हैं, जिससे पौधा मर सकता है.
अनार का पौधा लगने के 2 से 3 साल में फल देना शुरू करता है. अगर पौधे की सही देखभाल की जाए जैसे समय पर सूखी टहनियां काटना, कीटों से सुरक्षा और पर्याप्त धूप देना, तो यह जल्दी फल भी दे सकता है और ज्यादा समय तक फलता रहेगा.
जब पौधे में फूल आने लगते हैं, तो आमतौर पर 5–6 महीने के भीतर फल पककर तैयार हो जाता है. इस दौरान पौधे को संतुलित पानी और भरपूर धूप मिलती रहनी चाहिए. अगर मौसम सही रहा और पौधा स्वस्थ रहा तो फल अच्छे आकार और स्वाद वाले होंगे.