दलहनी फसलों में चना एक प्रमुख फसल है. चने को दलहनी फसलों का राजा भी कहा जाता है. चने की उन्नत किस्मों की खेती कर किसान अच्छा मुनाफा भी कमाते हैं. चने की फसल की देखभाल केवल खेती के समय भी नहीं बल्कि फसल की कटाई के बाद भी बेहद जरूरी है. कई बार किसानों को चने की फसल से अच्छी उपज मिलती है. लेकिन स्टोरेज का सही तरीका न पता होने के कारण या किसान की लापरवाही के कारण चने की फलियों में घुन लगने लगते हैं जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में कुछ आसान से उपायों को अपनाकर किसान चने को घुन लगने से बचा सकते हैं.
स्टोरेज से पहले अच्छे से सुखाएं
फसल कटाई के बाद किसान चने को स्टेर करके रखते हैं. लेकिन कई बार चने अच्छे से सूख नहीं पाते हैं. ऐसे में नमी के कारण चने में घुन लगने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए किसानों के लिए बेहद जरूरी है कि वे चने को स्टोर करने से पहले उसे अच्छे से सुखा लें. ताकि उसमें घुन न लग सके. इसके साथ ही चने को हमेशा एयर टाइट कंटेनर में रखना चाहिए ताकि हवा और नमी के संपर्क से इसमें घुन न लगे.
लाल मिर्च से चने को घुन से बचाएं
चने को घुन और कीड़ों से बचाने के लिए आप एक घरेलू और आसाना सा उपाय भी अपना सकते हैं. इसके लिए आपको कहीं भी जाने की या अलग से कुछ भी खरीदने की जरूरत नहीं है. आपकी रसोई में ही मौजूद लाल मिर्च चने को घुन से बचाने में मदद करेगी. साबुत लाल मिर्च को सीधे चने रखने वाले कन्टेनर में डालें. मिर्च की गंध से कीड़े अनाज से दूर रहते हैं.
तेज पत्ता और दालचीनी भी हैं कारगर
आप चाहें तो चने के कंटेनर में 2 से 4 तेजपत्ता डाल दें . ऐसा करने से तेज पत्ते की खुशबू से चने में भी खुशबू आएगी. इसके साथ ही तेज पत्ते की खुशबू नमी को सोखती है जिससे कीड़े और घुन दूर भागते हैं. इसके अलावा आप चने के कंटेनर में दालचीनी की कुछ छड़ें रख सकते हैं. दालचीनी की महक से चने में कीड़े नहीं लगेंगे. दालचीनी कीड़ों के लिए कीटनाशक की तरह काम करती है.