मसालों की रानी इलायची को घर पर उगाएं, जान लीजिए तरीका

इलायची जिसे स्पाइस क्वीन भी कहा जाता है. यह न केवल अपनी खास खुशबू और स्वाद के लिए जानी जाती है बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर होने कारण सेहत के लिए फायदेमंद होती है.

Kisan India
Noida | Published: 2 Apr, 2025 | 01:45 PM
1 / 8दुनिया भर में इलायची का उपयोग खाने-पीने, मिठाइयों और विभिन्न प्रकार के मसालों में किया जाता है. बाजार में यह काफी महंगी कीमत में मिलती है. इसे घर पर आसानी से उगा सकते है.

दुनिया भर में इलायची का उपयोग खाने-पीने, मिठाइयों और विभिन्न प्रकार के मसालों में किया जाता है. बाजार में यह काफी महंगी कीमत में मिलती है. इसे घर पर आसानी से उगा सकते है.

2 / 8top state in cardamom production

top state in cardamom production

3 / 8इसके नियमित सेवन से तनाव कम होता है और सांसो की दुर्गंध को दूर करने में मदद मिलती है. इसके साथ ही यह पेट की समस्या को दूर कर पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है.

इसके नियमित सेवन से तनाव कम होता है और सांसो की दुर्गंध को दूर करने में मदद मिलती है. इसके साथ ही यह पेट की समस्या को दूर कर पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है.

4 / 8आमतौर पर इलायची की खेती पहाड़ी इलाकों में होती है, लेकिन आप इसे अपने घर के आंगन या बालकनी में भी उगा सकते हैं. घर पर इलायची का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले सही गमला या कंटेनर चुनें.

आमतौर पर इलायची की खेती पहाड़ी इलाकों में होती है, लेकिन आप इसे अपने घर के आंगन या बालकनी में भी उगा सकते हैं. घर पर इलायची का पौधा लगाने के लिए सबसे पहले सही गमला या कंटेनर चुनें.

5 / 8इलायची के पौधे को गर्म और नम जलवायु की जरूरत होती है, इसलिए इसे ऐसे स्थान पर उगाएं जहां पर्याप्त धूप मिले लेकिन ध्यान रहे कि पौधे को सीधी धूप की बजाय छायादार धूप मिले.

इलायची के पौधे को गर्म और नम जलवायु की जरूरत होती है, इसलिए इसे ऐसे स्थान पर उगाएं जहां पर्याप्त धूप मिले लेकिन ध्यान रहे कि पौधे को सीधी धूप की बजाय छायादार धूप मिले.

6 / 8इस पौधे के लिए नम और हल्की उपजाऊ मिट्टी की जरूरत होती है. इसके अलावा आप चाहें तो गमले में पॉटिंग मिक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें 50 प्रतिशत कोको पीट और 50 प्रतिशत वर्मीकम्पोस्ट होता है.

इस पौधे के लिए नम और हल्की उपजाऊ मिट्टी की जरूरत होती है. इसके अलावा आप चाहें तो गमले में पॉटिंग मिक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसमें 50 प्रतिशत कोको पीट और 50 प्रतिशत वर्मीकम्पोस्ट होता है.

7 / 8अब इसके बीजों को गमले में अच्छे से फैला कर मिट्टी से ढक दें और हल्के हाथों से इन पौधों में पानी डालें. बीजों को अंकुरित होने में 2-3 दिनों का समय लग सकता है.

अब इसके बीजों को गमले में अच्छे से फैला कर मिट्टी से ढक दें और हल्के हाथों से इन पौधों में पानी डालें. बीजों को अंकुरित होने में 2-3 दिनों का समय लग सकता है.

8 / 8मालाबार इलायची की खेती से 12 साल तक कमाए मुनाफा, फोटो क्रेडिट- pexels

मालाबार इलायची की खेती से 12 साल तक कमाए मुनाफा, फोटो क्रेडिट- pexels

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