हरियाणा में गेहूं घोटाला..गोदाम से 1500 बोरी अनाज गायब, इंस्पेक्टर को नोटिस जारी!

हरियाणा के करनाल स्थित कुंजपुरा गोदाम से 1,500 बोरी गेहूं गायब हो गया है. मुख्यमंत्री की फ्लाइंग स्क्वाड की जांच में यह गड़बड़ी उजागर हुई. विभाग ने इंस्पेक्टर को नोटिस देकर 15 दिन में स्टॉक पूरा करने का निर्देश दिया है, वरना FIR होगी.

नोएडा | Updated On: 14 Jun, 2025 | 04:08 PM

हरियाणा में गेहूं घोटाला का कथित मामला सामने आया है.  गोदाम से सैकड़ो बोरी गेहूं गायब पाए गए हैं.  ऐसे में खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के विभाग ने करनाल के कुंजपुरा गोदाम से करीब 1,500 गेहूं की बोरियां गायब मिलने पर एक इंस्पेक्टर को नोटिस जारी किया है. यह गड़बड़ी 2024-25 खरीद सीजन से जुड़ी है और पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री की फ्लाइंग स्क्वाड की अचानक जांच के दौरान सामने आई. इस घटना से अधिकारियों के होश उड़ गए.

द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, जांच के बाद स्क्वाड ने विस्तृत रिपोर्ट सौंपी, जिसमें गेहूं की भारी कमी की बात बताई गई, जिसके बाद विभाग ने संबंधित इंस्पेक्टर को नोटिस दिया. इंस्पेक्टर को 15 दिन का समय दिया गया है कि वह यह स्टॉक पूरा करे. ऐसा नहीं करने पर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

15 दिन में पूरा स्टॉक जमा करें

करनाल के जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक (DFSC) अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री की फ्लाइंग स्क्वाड की टीम को विभाग के गोदाम में करीब 1,500 बोरी गेहू गायब मिला. हमने संबंधित इंस्पेक्टर को नोटिस दिया है और निर्देश दिया है कि वह 15 दिन में पूरा स्टॉक जमा करे, नहीं तो एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.

गेहूं स्टॉक की जांच के लिए टीम गठित

इस घटना के बाद विभाग ने 2025–26 की चल रही खरीद सीजन के लिए गेहूं स्टॉक की जांच के लिए एक टीम गठित की है. यह कदम एक स्थानीय निवासी की शिकायत के बाद उठाया गया, जिसमें पिछले सीजन के स्टॉक रिकॉर्ड में गड़बड़ी की आशंका जताई गई थी और पूरी जांच की मांग की गई थी. कुंजपुरा गोदाम पहले भी विवादों में रहा है. पिछले साल भी इसी गोदाम से 369 बोरी गेहूं गायब होने का मामला सामने आया था.

गेहूं बीज घोटाला

बता दें कि बीते महीने हरियाणा में गेहूं के बीज घोटाला का मामला सामने आया था. तब हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने बारवाला सीड डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर के सेल्समैन राजेश कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. उनके साथ हरियाणा सीड्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (HSDC) के कुछ अज्ञात अधिकारियों और कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया गया था. इन पर गेहूं बीज वितरण से जुड़ी बड़ी सब्सिडी धोखाधड़ी में शामिल होने का आरोप था. यह मामला बड़े पैमाने पर की गई गड़बड़ी से जुड़ा है, जिसमें सरकारी सब्सिडी का गलत इस्तेमाल हुआ था.

Published: 14 Jun, 2025 | 04:03 PM