पालक सबसे जल्दी तैयार होने वाली फसलों में शामिल है. यह सिर्फ 30 से 35 दिनों में ही कटाई के लिए तैयार हो जाती है. साथ ही बाकी सब्जियों की तुलना में कम लागत में अधिक लाभ देती है. प्रति हेक्टेयर इस सब्जी का 150 से 250 क्विंटल उत्पादन संभव है.
बरसात में हरी पत्तेदार सब्जियां सेहत बिगाड़ सकती हैं, फोटो क्रेडिट- pexels
पालक को कई तरह की मिट्टी में उगाया जा सकता है. यह नमकीन मिट्टी में भी अच्छी तरह विकसित हो सकती है. सबसे खास बात है कि जो जमीन लवणीय है यानी जहां नमक वाले तत्व ज्यादा हैं और जहां बाकी फसलें नहीं उग सकतीं, वहां भी इसकी खेती की जा सकती है.
पालक की खेती करने का आसान तरीका
पालक की करीब 60 फीसदी फसल खरपतवारों की वजह से बर्बाद हो सकती है. इसलिए बुवाई के तुरंत बाद पेंडीमेथिलिन का छिड़काव करना चाहिए, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि छिड़काव के समय गार्डन में नमी बनी रहे.