बरसात में तालाब की मछलियां हो रही हैं बीमार? तुरंत अपनाएं ये आसान टिप्स, मछलियों को संक्रमण से बचाएं

Machhli Palan Ke Tips: बरसात का मौसम मछलियों के लिए चुनौती लेकर आता है, क्योंकि इस दौरान तालाब के पानी में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है. सही देखभाल से आप अपने तालाब और मछलियों को स्वस्थ रख सकते हैं. ऐसे में इश खबर में जानें आसान और प्रभावी टिप्स जिससे आपकी मछलियां बरसात में भी बीमारियों से बची रहेंगी और आपकी पैदावार बनी रहेगी.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 11 Aug, 2025 | 03:10 PM
1 / 6बरसात के मौसम में तालाब का पानी जल्दी दूषित हो जाता है, जिससे मछलियों में संक्रमण फैलने का खतरा काफी बढ़ जाता है. संक्रमण से बचाव के लिए तालाब की नियमित सफाई जरूरी होती है.

बरसात के मौसम में तालाब का पानी जल्दी दूषित हो जाता है, जिससे मछलियों में संक्रमण फैलने का खतरा काफी बढ़ जाता है. संक्रमण से बचाव के लिए तालाब की नियमित सफाई जरूरी होती है.

2 / 6मछली पालन से बनाएं स्थायी व्यवसाय, जानें सफलता के आसान उपाय, PC: Canva

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3 / 6जब भारी बारिश हो और पानी में मैला जम जाए, तो पोटैशियम परमैंगनेट का 400 ग्राम घोल प्रति एकड़ तालाब में छिड़काव करना चाहिए. यह पानी को साफ रखता है और संक्रमण फैलने से बचाता है.

जब भारी बारिश हो और पानी में मैला जम जाए, तो पोटैशियम परमैंगनेट का 400 ग्राम घोल प्रति एकड़ तालाब में छिड़काव करना चाहिए. यह पानी को साफ रखता है और संक्रमण फैलने से बचाता है.

4 / 6पोटैशियम परमैंगनेट का उपयोग महीने में केवल एक बार ही करना चाहिए ताकि मछलियों को कोई नुकसान न पहुंचे और पानी की गुणवत्ता बनी रहे. इससे मछलियों का स्वास्थ्य बेहतर होता है.

पोटैशियम परमैंगनेट का उपयोग महीने में केवल एक बार ही करना चाहिए ताकि मछलियों को कोई नुकसान न पहुंचे और पानी की गुणवत्ता बनी रहे. इससे मछलियों का स्वास्थ्य बेहतर होता है.

5 / 6मछलियों को पारासाइटिक संक्रमण से बचाने के लिए फीड में प्रति किलो 10 ग्राम नमक मिलाना लाभकारी होता है. इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है.

मछलियों को पारासाइटिक संक्रमण से बचाने के लिए फीड में प्रति किलो 10 ग्राम नमक मिलाना लाभकारी होता है. इससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है.

6 / 6नमक मिला फीड महीने में कम से कम एक हफ्ते तक देना चाहिए, ताकि मछलियां संक्रमण से सुरक्षित रहें और तालाब का पर्यावरण संतुलित बना रहे, जिससे उत्पादन में सुधार होगा.

नमक मिला फीड महीने में कम से कम एक हफ्ते तक देना चाहिए, ताकि मछलियां संक्रमण से सुरक्षित रहें और तालाब का पर्यावरण संतुलित बना रहे, जिससे उत्पादन में सुधार होगा.

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