असील नस्ल की मुर्गी के अंडे आम देशी अंडों से 6–7 गुना महंगे बिकते हैं. जहां सामान्य अंडा 10–15 रुपये का होता है, वहीं असील मुर्गी का अंडा 100 रुपये तक बिकता है.
इन अंडों को सिर्फ खाने के लिए नहीं, बल्कि दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है. आयुर्वेदिक उपचारों में ये शरीर को ताकत देने और बीमारियों से बचाने के लिए मशहूर हैं.
असील मुर्गियां सालभर में केवल 60–70 अंडे देती हैं. लेकिन एक अंडा 100 रुपये तक बिकने से प्रति मुर्गी सालाना 6,000–7,000 रुपये की आय संभव है.
असील नस्ल की मुर्गियां आम मुर्गियों से अलग दिखती हैं. इनका शरीर बड़ा और मजबूत होता है, लेकिन इन्हें मीट से ज्यादा अंडों के लिए पाला जाता है.
असील अंडों की सप्लाई बाजार में कम है, जबकि मांग लगातार बढ़ रही है. इस असंतुलन की वजह से इनकी कीमतें और भी ऊंची हो जाती हैं.
असील नस्ल की मुर्गी पालन का कारोबार किसानों और युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. यह कम पूंजी में शुरू होकर महीनों में हजारों और सालों में लाखों की कमाई करवा सकता है.