4 अक्टूबर को केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पटना पहुंचे. उनके स्वागत में किसानों और स्थानीय नेताओं ने गर्मजोशी दिखाई और पूरे शहर में उनके दौरे की चर्चा रही.
गांधी मैदान स्थित ज्ञान भवन में उन्होंने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण और हरित क्रांति का संदेश दिया. इस मौके पर बड़ी संख्या में छात्र, किसान और अधिकारी मौजूद रहे.
शिवराज सिंह चौहान ने मखाना महोत्सव में शिरकत की और बिहार के इस खास उत्पाद को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने पर जोर दिया. किसानों की आय दोगुनी करने के उपायों पर भी चर्चा हुई. उन्होंने जानकारी दी कि पहले जहां मखाना केवल 3,000 हेक्टेयर क्षेत्र में उगाया जाता था, वहीं अब यह बढ़कर 35,000 से 40,000 हेक्टेयर तक पहुंच चुका है.
दोपहर ढाई बजे बापू सभागार, गांधी मैदान में आयोजित रबी कार्यशाला और कृषि सलाहकार संवाद में चौहान ने किसानों से सीधा संवाद किया. यहां 500 से अधिक किसान, एफपीओ प्रतिनिधि और कृषि विशेषज्ञ मौजूद रहे. इस संवाद में किसानों ने जमीनी समस्याएँ साझा कीं और कृषि योजनाओं पर चर्चा हुई.
कार्यशाला में किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की उपयोगिता, नई तकनीक और नवाचारों पर खास जोर दिया गया. चौहान ने बताया कि अब तक देशभर में करोड़ों किसानों को KCC का लाभ मिल चुका है और सरकार इसे और आसान बनाने पर काम कर रही है.
चौहान ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि बिहार जैसे राज्यों की कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीक, सिंचाई के साधन और बाजार विस्तार जरूरी है. उन्होंने कहा कि मखाना, फल और सब्जियों जैसी फसलों का निर्यात बढ़ाकर किसानों की आमदनी कई गुना की जा सकती है.