जलाएं नहीं, पराली से ऐसे बनाएं पशुओं का सुपर हेल्दी चारा, बंपर दूध मिलेगा और पशु की ताकत बढ़ेगी

Parali Se Chara Kaise Banaye: पराली को अक्सर लोग बेकार समझकर जला देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही पराली पशुओं के लिए पौष्टिक आहार में बदल सकती है? जी हां! खेतों से निकली यह पराली न केवल पर्यावरण बचाने में मदद करती है बल्कि मवेशियों को ताकत और सेहत देने वाला बेहतरीन चारा भी साबित हो सकती है. खास तकनीक से तैयार किया गया यह आहार न केवल पचने में आसान होता है बल्कि इसमें ऐसे पोषक तत्व भी शामिल हो जाते हैं जो पशुओं की उत्पादन क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं. आइए जानते हैं पराली से पौष्टिक चारा बनाने की आसान विधि और इसके फायदे.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 2 Oct, 2025 | 01:20 PM
1 / 6Parali Burning: अक्सर लोग पराली को जलाकर प्रदूषण फैलाते हैं, लेकिन इसे पौष्टिक चारे में बदलकर न सिर्फ पर्यावरण बचाया जा सकता है बल्कि पशुओं की सेहत भी सुधारी जा सकती है.

Parali Burning: अक्सर लोग पराली को जलाकर प्रदूषण फैलाते हैं, लेकिन इसे पौष्टिक चारे में बदलकर न सिर्फ पर्यावरण बचाया जा सकता है बल्कि पशुओं की सेहत भी सुधारी जा सकती है.

2 / 6Parali Management: इस प्रक्रिया के लिए 100 किलो सूखी पराली, लगभग 4 किलो यूरिया और 40 से 50 लीटर पानी की जरूरत होती है. ये चीजें आहार बनाने की मूल सामग्री हैं.

Parali Management: इस प्रक्रिया के लिए 100 किलो सूखी पराली, लगभग 4 किलो यूरिया और 40 से 50 लीटर पानी की जरूरत होती है. ये चीजें आहार बनाने की मूल सामग्री हैं.

3 / 6Stubble: सबसे पहले यूरिया को पानी में अच्छे से घोलें. जब तक यूरिया पूरी तरह घुल न जाए, तब तक इसे हिलाते रहें. इसके बाद पराली को साफ फर्श या प्लास्टिक शीट पर फैला दें.

Stubble: सबसे पहले यूरिया को पानी में अच्छे से घोलें. जब तक यूरिया पूरी तरह घुल न जाए, तब तक इसे हिलाते रहें. इसके बाद पराली को साफ फर्श या प्लास्टिक शीट पर फैला दें.

4 / 6Stubble Management: तैयार यूरिया घोल को स्प्रेयर या बाल्टी की मदद से पराली पर डालें. इसके बाद फावड़े की मदद से पराली को अच्छी तरह उलट-पलट करें ताकि घोल हर तिनके में बराबर पहुंचे.

Stubble Management: तैयार यूरिया घोल को स्प्रेयर या बाल्टी की मदद से पराली पर डालें. इसके बाद फावड़े की मदद से पराली को अच्छी तरह उलट-पलट करें ताकि घोल हर तिनके में बराबर पहुंचे.

5 / 6Parali Management Tips: छिड़काव के बाद पराली को तिरपाल या मोटी प्लास्टिक शीट से ढक दें ताकि अंदर हवा न जा सके. इसे कम से कम 21 दिन तक ढककर रखना जरूरी है.

Parali Management Tips: छिड़काव के बाद पराली को तिरपाल या मोटी प्लास्टिक शीट से ढक दें ताकि अंदर हवा न जा सके. इसे कम से कम 21 दिन तक ढककर रखना जरूरी है.

6 / 6Parali To Fodder: तय समय के बाद पराली को कुछ देर खुला फैला दें ताकि अतिरिक्त अमोनिया गैस बाहर निकल जाए. इसके बाद यह चारा पशुओं को खिलाने के लिए पूरी तरह सुरक्षित और पौष्टिक हो जाता है.

Parali To Fodder: तय समय के बाद पराली को कुछ देर खुला फैला दें ताकि अतिरिक्त अमोनिया गैस बाहर निकल जाए. इसके बाद यह चारा पशुओं को खिलाने के लिए पूरी तरह सुरक्षित और पौष्टिक हो जाता है.

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Published: 2 Oct, 2025 | 01:20 PM

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