सरसों का तेल एक कटोरी में निकालकर 4-5 घंटे के लिए फ्रिज में रख दें. अगर तेल जम जाए और उसमें सफेद रंग के धब्बे नजर आएं तो समझ जाइए कि इसमें मिलावट है. शुद्ध सरसों का तेल कभी इस तरह से नहीं जमता.
India’s Vegetable Oil Imports Surge in May, Hit Six-Month High
सरसों के तेल को गर्म करने पर अगर उसमें से तीखा धुआं उठता है और महक हल्की हो जाती है, तो ये शुद्धता का संकेत है. वहीं नकली तेल में इतना धुआं नहीं निकलता और न ही उसकी खुशबू बदलती है.
शुद्ध सरसों के तेल का रंग हल्का पीला या सुनहरा होता है और वह देखने में एकदम साफ होता है. अगर तेल का रंग हल्का सफेद, मटमैला या बिल्कुल लाइट हो, तो समझ लें कि उसमें मिलावट की गई है.
असली सरसों के तेल में एक खास चमक और पारदर्शिता होती है. जब आप इसे हथेली में लें तो यह चमकदार लगेगा. मिलावटी तेल फीका और गाढ़ा दिखता है.
खाना बनाते समय अगर सरसों का तेल खाने में एक तीखा स्वाद और कच्ची गंध छोड़ता है, तो वह असली होता है. नकली या मिलावटी तेल से बना खाना बेस्वाद और फ्लेवरहीन लगता है. आज के समय में जब मिलावट हर चीज में बढ़ती जा रही है, तो ये छोटे-छोटे घरेलू टेस्ट आपकी सेहत को सुरक्षित रखने में काम आ सकते हैं.