टमाटर की फसल को बचाने के लिए पौधे में पानी के साथ डालें यह लिक्विड

यूं तो टमाटर की खेती साल में तीन बार की जाती है लेकिन सर्दियों के मौसम में उगाए जाने वाले टमाटर का स्वाद सबसे अलग होता है. टमाटर की खेती आमतौर पर मई-जून, सितंबर-अक्टूबर और जनवरी-फरवरी में की जाती है.

Kisan India
Updated On: 21 Feb, 2025 | 09:06 AM
1 / 5बाजार में टमाटर की लगातार मांग बनी रहती है, जिससे किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिलता है.  हालांकि, किसानों को अक्सर टमाटर की फसल के साथ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, खासकर इसकी तेजी से वृद्धि के साथ.

बाजार में टमाटर की लगातार मांग बनी रहती है, जिससे किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिलता है. हालांकि, किसानों को अक्सर टमाटर की फसल के साथ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, खासकर इसकी तेजी से वृद्धि के साथ.

2 / 5ठंड के महीनों में फलों का फटना एक बड़ी समस्या है, जिससे उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है. विशेषज्ञों के अनुसार टमाटर में फल फटना एक आम समस्या है, जिससे उपज में काफी नुकसान होता है. अगर किसान कुछ खास तरीकों का पालन करें तो इस समस्या से बचा जा सकता है.

ठंड के महीनों में फलों का फटना एक बड़ी समस्या है, जिससे उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है. विशेषज्ञों के अनुसार टमाटर में फल फटना एक आम समस्या है, जिससे उपज में काफी नुकसान होता है. अगर किसान कुछ खास तरीकों का पालन करें तो इस समस्या से बचा जा सकता है.

3 / 5यह समस्या सूखे या बोरॉन की कमी की वजह से होती है. यह अक्सर उस समय और भी गंभीर हो जाती है जब टमाटर की खेती बंजर मिट्टी में की जाती है.  जबकि खराब मौसम सभी फसलों को प्रभावित करता है, प्रतिकूल परिस्थितियों का टमाटर पर अधिक प्रभाव पड़ता है. सूखे के बाद अचानक बारिश होने से फल फट सकते हैं.

यह समस्या सूखे या बोरॉन की कमी की वजह से होती है. यह अक्सर उस समय और भी गंभीर हो जाती है जब टमाटर की खेती बंजर मिट्टी में की जाती है. जबकि खराब मौसम सभी फसलों को प्रभावित करता है, प्रतिकूल परिस्थितियों का टमाटर पर अधिक प्रभाव पड़ता है. सूखे के बाद अचानक बारिश होने से फल फट सकते हैं.

4 / 5tomato price hike

tomato price hike

5 / 5मिट्टी में बोरोन की कमी से भी टमाटर में फल फटने की समस्या हो सकती है. इसके लिए मिट्टी में 20 से 25 किलोग्राम बोरोन मिलाएं और 100-120 लीटर पानी में 0.25 फीसदी बोरेक्स का घोल तैयार करें, जिसे टमाटर के पौधों पर छिड़कना चाहिए. इससे फल को फटने की समस्या से बचाया जा सकता है.

मिट्टी में बोरोन की कमी से भी टमाटर में फल फटने की समस्या हो सकती है. इसके लिए मिट्टी में 20 से 25 किलोग्राम बोरोन मिलाएं और 100-120 लीटर पानी में 0.25 फीसदी बोरेक्स का घोल तैयार करें, जिसे टमाटर के पौधों पर छिड़कना चाहिए. इससे फल को फटने की समस्या से बचाया जा सकता है.

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Published: 20 Feb, 2025 | 06:40 PM

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