बाजार में टमाटर की लगातार मांग बनी रहती है, जिससे किसानों को उनकी उपज का अच्छा दाम मिलता है. हालांकि, किसानों को अक्सर टमाटर की फसल के साथ चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, खासकर इसकी तेजी से वृद्धि के साथ.
ठंड के महीनों में फलों का फटना एक बड़ी समस्या है, जिससे उत्पादन में भारी गिरावट आ सकती है. विशेषज्ञों के अनुसार टमाटर में फल फटना एक आम समस्या है, जिससे उपज में काफी नुकसान होता है. अगर किसान कुछ खास तरीकों का पालन करें तो इस समस्या से बचा जा सकता है.
यह समस्या सूखे या बोरॉन की कमी की वजह से होती है. यह अक्सर उस समय और भी गंभीर हो जाती है जब टमाटर की खेती बंजर मिट्टी में की जाती है. जबकि खराब मौसम सभी फसलों को प्रभावित करता है, प्रतिकूल परिस्थितियों का टमाटर पर अधिक प्रभाव पड़ता है. सूखे के बाद अचानक बारिश होने से फल फट सकते हैं.
tomato price hike
मिट्टी में बोरोन की कमी से भी टमाटर में फल फटने की समस्या हो सकती है. इसके लिए मिट्टी में 20 से 25 किलोग्राम बोरोन मिलाएं और 100-120 लीटर पानी में 0.25 फीसदी बोरेक्स का घोल तैयार करें, जिसे टमाटर के पौधों पर छिड़कना चाहिए. इससे फल को फटने की समस्या से बचाया जा सकता है.