PM Kisan: बिहार चुनाव के नतीजे आते ही पीएम किसान का ऐलान, 19 नवंबर को खाते में आएगी 21वीं किस्त

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) की 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे किसानों के लिए खुशखबरी है. बिहार चनाव के नतीजे आते ही पीएम किसान योजना को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि पीएम किसान की 21वीं किस्त 19 नवंबर को जारी की जाएगी. 

नई दिल्ली | Updated On: 14 Nov, 2025 | 06:54 PM

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan) की 21वीं किस्त का इंतजार कर रहे किसानों के लिए खुशखबरी है. बिहार चनाव के नतीजे आते ही पीएम किसान योजना को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि पीएम किसान की 21वीं किस्त 19 नवंबर को जारी की जाएगी. यानी 19 नवंबर को पीएम किसान के लाभार्थियों के खातों में 2000-2000 रुपये पहुंच जाएंगे. वहीं, इस ऐलान के साथ ही किसानों में खुशी की लहर है. किसानों का कहना है कि वे अब 21वीं किस्त की राशि से समय पर खाद और बीज खरीद पाएंगे. ऐसे में रबी फसलों की बुवाई करने में आसानी होगी.

दरअसल, पीएम किसान के लाभार्थी दिवाली के पहले से ही 21वीं किस्त  का इंतजार कर रहे थे. उन्हें उम्मीद थी कि अक्टूबर महीने में 21वीं किस्त जारी कर दी जाएगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. फिर बिहार चुनाव से पहले 21वीं किस्त जारी की जाने की बात कही जा रही थी, लेकिन किसानों को निराशा हाथ लगा. लेकिन बिहार चुनाव के नतीजे आते ही केंद्र सरकार ने 21वीं किस्त का ऐलान कर दिया है. कहा जा रहा है कि 21वीं किस्त की राशि से बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश के करोड़ों किसानों को सीधा फायदा होगा.

लाभार्थियों को साल में मिलते हैं 6000 रुपये


बता दें  कि पीएम किसान सम्मान निधि  योजना के तगत प्रत्येक पात्र किसान परिवार को 6,000 रुपये की वार्षिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है. यह योजना 24 फरवरी, 2019 को शुरू की गई केंद्रीय क्षेत्र की योजना है. अब तक, देश के 11 करोड़ से ज्यादा किसान परिवारों को 20 किस्तों के माध्यम से 3.70 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है. इस योजना का लाभ उन किसानों को मिल रहा है जिनकी भूमि का विवरण पीएम किसान पोर्टल पर दर्ज है, जिनके बैंक खाते आधार से जुड़े हैं और जिनका ई-केवाईसी पूरा हो चुका है.

दुनिया की सबसे बड़ी योजना है पीएम किसान

यह योजना वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) पहलों में से एक है, जो लाभार्थियों को सीधे वित्तीय सहायता प्रदान करने के अपने महत्वपूर्ण प्रभाव को रेखांकित करती है. समावेशिता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ, यह योजना अपने लाभों का 25 प्रतिशत से अधिक महिला लाभार्थियों को समर्पित करती है.

योजना ने बिचौलियों को समाप्त किया

यह योजना तकनीकी और प्रक्रियागत प्रगति का लाभ उठाती है, ताकि अधिकतम लाभार्थियों  को बिना किसी परेशानी के लाभ मिल सके. किसान-केंद्रित डिजिटल बुनियादी ढांचा व्यापक पहुंच सुनिश्चित करता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि देश के पात्र किसान इस योजना का लाभ निर्बाध रूप से उठा सकें. डिजिटल सार्वजनिक वस्तुओं के रणनीतिक समावेश ने न केवल बिचौलियों को समाप्त किया है, बल्कि दूर-दराज के इलाकों तक पहुंचने वाली एक सुव्यवस्थित वितरण प्रणाली का मार्ग भी प्रशस्त किया है. आधार और आधार-आधारित भुगतान इकोसिस्टम के उपयोग से योजना की प्रभावशीलता और भी बढ़ गई है, जिससे सुरक्षित और कुशल लेनदेन सुनिश्चित होते हैं. अगर किसान चाहें, तो नीचे बताए गए तरीके से अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं.

ऐसे चेक करें पीएम किसान का स्टेटस 

Published: 14 Nov, 2025 | 06:26 PM

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