कॉफी की कीमतें बनी रहेंगी अस्थिर, अमेरिका के टैरिफ और मौसम पर निर्भर रहेगा दाम

कुछ समय पहले यह अफवाह भी फैली कि कॉफी टैरिफ से मुक्त हो सकती है, जिससे बाजार में बिक्री बढ़ गई और कीमतों में थोड़ी गिरावट आई. लेकिन कई कारणों से कॉफी की कीमतें लगातार बढ़ और घट रही हैं.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 26 Sep, 2025 | 08:07 AM

Coffee Prices: कॉफी के शौकीनों और व्यापारियों के लिए एक बार फिर कीमतों में अस्थिरता का समय है. विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका में लग रहे टैरिफ (आयात शुल्क) और ब्राजील, वियतनाम जैसे प्रमुख कॉफी उत्पादक देशों में मौसम की अनिश्चितता की वजह से कॉफी की कीमतें आगे भी ऊपर-नीचे होती रहेंगी.

बीएमआई की रिपोर्ट के अनुसार, साल की शुरुआत से 15 सितंबर 2025 तक कॉफी की कीमतों में लगभग 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. इसका मुख्य कारण अमेरिका में ब्राजील से आने वाली कॉफी पर टैरिफ और ब्राजील में कॉफी की आपूर्ति पर चिंता है. ब्राजील में कॉफी के पौधों का फूलना सितंबर से नवंबर के बीच होता है और इसे पर्याप्त बारिश की जरूरत होती है. अगर बारिश सही समय पर नहीं होगी, तो अगले साल की फसल प्रभावित हो सकती है.

बाजार में अटकलों का असर

बिजनेस लाइन की खबर के अनुसार, कॉफी बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. Agrani Coffee and Commodities के प्रवीण कुमार कोलिमारला के अनुसार, अमेरिकी टैरिफ और आपूर्ति की अनिश्चितता की वजह से कीमतें तेजी से बढ़ीं. वहीं, ब्राजील में बारिश पर्याप्त है या नहीं, इसे लेकर भी बाजार में अटकलें हैं. कुछ समय पहले यह अफवाह भी फैली कि कॉफी टैरिफ से मुक्त हो सकती है, जिससे बाजार में बिक्री बढ़ गई और कीमतों में थोड़ी गिरावट आई.

लेकिन वास्तविक स्थिति यह है कि मौजूदा समय में ब्राजील, वियतनाम, इंडोनेशिया और भारत में मौसम सामान्य है और कोई बड़ी समस्या नहीं है. एक और कारण जो कीमतों को प्रभावित कर रहा है, वह है प्रमाणित स्टॉक्स (certified stocks) की कमी. हाल ही में यह स्टॉक लगभग 1 मिलियन बैग से घटकर 6.5 लाख बैग रह गया है. अगर यह संख्या और कम हो गई, तो बाजार में और दबाव पैदा हो सकता है.

ट्रंप प्रशासन और तूफान का असर 

कॉफी की कीमतें अमेरिका के रोस्टर्स द्वारा टैरिफ छूट के लिए किए गए अनुरोध पर भी निर्भर हैं. इसके अलावा, वियतनाम में सुपर टाइफून रागासा के कारण आगामी फसल पर असर पड़ सकता है. वियतनाम की फसल अक्टूबर में कटाई के लिए तैयार हो रही है और अगर तूफान की वजह से नुकसान हुआ, तो वैश्विक बाजार में दबाव बढ़ सकता है.

भारत में उत्पादन

भारत में कॉफी बोर्ड ने 2025-26 के लिए प्रारंभिक अनुमान जारी किया है. इस साल अनुमानित उत्पादन 4.03 लाख टन है, जो पिछले साल 3.63 लाख टन से 11 प्रतिशत अधिक है. इसमें अरबिका की उपज 1.18 लाख टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल की तुलना में लगभग 12 प्रतिशत अधिक है. वहीं, robusta का उत्पादन 2.84 लाख टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल 2.57 लाख टन था.

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