देश में सबसे ज्यादा उगाई जाने वाली रोबस्टा कॉफी की कीमतों में पिछले तीन महीनों में करीब एक-तिहाई की गिरावट आई है. कॉफी बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, मार्च के आखिरी सप्ताह में रोबस्टा कॉफी की कीमतें 12,200- 13,200 रुपये 50 किलो बैग तक थीं, जो अब घटकर 9,400- 10,300 रुपये के बीच आ गई हैं. यानी कीमतों में करीब 28.8 फीसदी तक की गिरावट आई है. इसी तरह, रोबस्टा पर्चमेंट की कीमतें भी 22,200- 22,900 रुपये से गिरकर 16,700- 17,000 रुपये प्रति 50 किलो बैग पर आ गई हैं.
बिजनेसलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि अरबिका कॉफी की कीमतों में उतनी तेज गिरावट नहीं देखी गई है. अरबिका पर्चमेंट की कीमतें 26,500- 27,000 रुपये से घटकर 25,200- 26,000 रुपये हो गई हैं. वहीं, कर्नाटका ग्रोवर्स फेडरेशन (KGF) के पूर्व अध्यक्ष और इंटरनेशनल कॉफी ऑर्गनाइजेशन के प्राइवेट सेक्टर बोर्ड के सदस्य एचटी मोहन कुमार का कहना है कि देश में कॉफी की कीमतें 13,000 रुपये प्रति 50 किलो बैग से गिरकर अब 9,000 रुपये के आसपास पहुंच गई हैं. ये गिरावट वैश्विक बाजार के ट्रेंड के अनुरूप है.
किसानों को हो रहा भारी नुकसान
उन्होंने कहा कि मार्च- अप्रैल में जब कीमतें सबसे ऊंचे स्तर पर थीं, तब कई किसानों ने उम्मीद में अपनी फसलें रोक कर रखीं कि दाम और बढ़ेंगे. लेकिन अब कीमतें गिर गई हैं और कई किसान पछता रहे हैं कि उन्होंने उस वक्त फसल नहीं बेची. अब वे दोबारा दाम बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस साल की मौजूदा कीमतें पिछले साल की तुलना में संतोषजनक हैं.
2025 में ग्लोबल कॉफी की मांग में 0.5 फीसदी की गिरावट
पिछले कुछ सालों से ब्राजील, वियतनाम जैसे प्रमुख उत्पादक देशों में खराब मौसम के कारण ग्लोबल सप्लाई पर असर पड़ा है, जिससे कॉफी की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं. लेकिन पिछले तीन महीनों में कॉफी की कीमतों में गिरावट देखी गई है. RaboResearch की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले तीन महीनों में कॉफी की कीमतों में तेज गिरावट आई है. इसकी वजह है उत्पादन के बेहतर अनुमान और ब्राजील, इथियोपिया और जर्मनी जैसे बड़े बाजारों में मांग में कमी है. हालांकि कीमतें घटी हैं, फिर भी 2025 में ग्लोबल कॉफी की मांग में 0.5 फीसदी की गिरावट का अनुमान है.