महिंद्रा बना किसानों की पहली पसंद, जून में ट्रैक्टर बिक्री ने तोड़े सभी रिकॉर्ड

यह सिर्फ ट्रैक्टर बिक्री नहीं है, बल्कि देश के खेती क्षेत्र में आत्मनिर्भरता, आधुनिकता और भरोसे की नई कहानी है. जब ट्रैक्टर जैसे बड़े निवेश में किसान कदम बढ़ाते हैं, तो इसका मतलब होता है कि उन्हें भविष्य में फसल, मेहनत और आमदनी तीनों पर भरोसा है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 1 Jul, 2025 | 12:48 PM

देश का किसान अब आत्मविश्वास से आगे बढ़ रहा है और इसी का असर दिखा जून 2025 की ट्रैक्टर बिक्री में, जहां महिंद्रा एंड महिंद्रा के फार्म इक्विपमेंट बिजनेस ने नया कीर्तिमान रच दिया है. कंपनी ने सिर्फ एक महीने में 51,769 ट्रैक्टर घरेलू बाजार में बेचे, जो पिछले साल जून की तुलना में 13 फीसदी की जोरदार बढ़ोतरी है.

इस आंकड़े में सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के बाजार शामिल हैं. निर्यात की बात करें तो जून 2025 में 1,623 ट्रैक्टर विदेशों में भेजे गए, यह भी पिछले साल के मुकाबले 13 फीसदी ज्यादा है. कुल मिलाकर, जून महीने में महिंद्रा की ट्रैक्टर बिक्री 53,392 यूनिट्स तक पहुंच गई, जो किसानों की मजबूत होती आर्थिक स्थिति और भरोसे का प्रतीक है.

महिंद्रा के फार्म इक्विपमेंट बिजनेस के अध्यक्ष विजय नकड़ा का कहना है कि “इस बढ़ोतरी के पीछे कई सकारात्मक वजहें हैं जैसे रबी सीजन से मिली नकदी, अच्छे मानसून की शुरुआत और सरकार की फसल उत्पादन और किसान हितैषी योजनाएं.” नकड़ा ने बताया कि आने वाले खरीफ सीजन के लिए खेतों की तैयारी जोरों पर है, जिससे अगले कुछ महीनों में ट्रैक्टर की मांग और तेज हो सकती है.

बिक्री के आंकड़ों में ताकत

अगर हम पूरे साल की बात करें तो अब तक महिंद्रा ने 1,29,199 ट्रैक्टर घरेलू बाजार में और 4,890 ट्रैक्टर निर्यात किए हैं. इस तरह कुल बिक्री 1,34,089 यूनिट्स पर पहुंच गई है, जो पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी ज्यादा है.

अवधि घरेलू बिक्री (यूनिट) निर्यात (यूनिट) कुल बिक्री (यूनिट)
सालाना वृद्धि ( फीसदी)
जून 2025 51,769 1,623 53,392 13 फीसदी
जून 2024 45,888 1,431 47,319
वर्ष 2025 तक 1,29,199 4,890 1,34,089 10 फीसदी
वर्ष 2024 तक 1,16,930 4,537 1,21,467

क्यों खास है ये ट्रेंड?

यह सिर्फ ट्रैक्टर बिक्री नहीं है, बल्कि देश के खेती क्षेत्र में आत्मनिर्भरता, आधुनिकता और भरोसे की नई कहानी है. जब ट्रैक्टर जैसे बड़े निवेश में किसान कदम बढ़ाते हैं, तो इसका मतलब होता है कि उन्हें भविष्य में फसल, मेहनत और आमदनी तीनों पर भरोसा है. यह बदलाव गांव की अर्थव्यवस्था और भारत के समग्र विकास की दिशा में बड़ी छलांग है.

महिंद्रा की ताकत और किसानों का साथ

1945 में स्थापित महिंद्रा ग्रुप आज न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में ट्रैक्टर निर्माण में सबसे आगे है. फार्म इक्विपमेंट के अलावा, कंपनी आईटी, वित्त, रियल एस्टेट, लॉजिस्टिक्स और हॉस्पिटैलिटी जैसे कई क्षेत्रों में काम करती है. पर उसकी असली ताकत आज भी गांव और खेतों में दिखती है जहां एक मजबूत ट्रैक्टर किसान की मेहनत को कई गुना असरदार बना देता है.

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