महंगाई पर लगेगा ब्रेक, मार्केट से 30 फीसदी सस्ती मिलेंगी सब्जियां.. कृषि विभाग खुद करेगा सेल
ओणम पर सब्जियों की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए केरल सरकार 2000 ओणम बाजार लगाएगी. हॉर्टीकॉर्प अन्य राज्यों से 3.5 करोड़ रुपये की सब्जियां खरीदेगा.
केरल में ओणम के दौरान सब्जियां काफी महंगी हो गई हैं. ऐसे में सब्जियों की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए हॉर्टीकॉर्प ने बड़ा कदम उठाया है. वह अन्य राज्यों से 3.5 करोड़ रुपये की सब्जियां खरीदेगा. यह योजना कृषि विभाग की मार्केट इंटरवेंशन पहल का हिस्सा है, जिसके लिए विभाग ने कुल 10.24 करोड़ रुपये का बजट तय किया है. खास बात यह है कि कृषि विभाग 2000 ओणम बाजार खोलेगा, जहां 30 फीसदी सब्जियां सस्ती मिलेंगी.
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों का कहना है कि मौसम में उतार-चढ़ाव की वजह से इस बार राज्य में सब्जियों का उत्पादन थोड़ा घटा है, जिससे त्योहार के समय दाम बढ़ने की संभावना है. 2024 में विभाग ने ओणम बाजारों के लिए कुल 3,248 टन सब्जियां खरीदी थीं, जिनमें से 1,737.47 टन स्थानीय किसानों से और 1,510.64 टन बाहर के राज्यों से मंगाई गई थीं. इस साल 1 से 4 सितंबर तक हॉर्टीकॉर्प और वीएफपीसीके (VFPCK) के साथ मिलकर 2000 ओणम बाजार लगाने की योजना है. कृषि विभाग इस ओणम सीजन में 1,076 ओणम बाजार खोलेगा, जो कृषि भवनों के ज़रिए चलाए जाएंगे. इन बाजारों में सब्जियां खुले बाजार से 30 फीसदी तक सस्ती कीमतों पर बेची जाएंगी.
57 फीसदी सब्जियों का होगा आयात
चूंकि केरल में केवल 43 फीसदी सब्जी की मांग स्थानीय उत्पादन से पूरी होती है. बाकी 57 फीसदी सब्जियां महाराष्ट्र, तमिलनाडु और कर्नाटक जैसे राज्यों से मंगाई जाएंगी. इसके अलावा, हॉर्टीकॉर्प 764 और वीएफपीसीके 160 ओणम बाजार लगाएंगे. इस पूरी योजना का मकसद त्योहार के दौरान सब्जियों के दाम स्थिर रखना और उपभोक्ताओं को राहत देना है. विभाग हर बाजार के आयोजन के लिए 65,000 रुपये की मदद देगा. कृषि विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 15 अगस्त तक यह तय हो जाएगा कि किस जिले में कितनी सब्जी उपलब्ध है और बाहर से कितनी मंगानी होगी. इसकी जिम्मेदारी हॉर्टीकॉर्प संभालेगा.
इन सब्जियों की होगी बिक्री
इस बार पहली बार ओणम बाजारों में केरल के एग्रो प्रोडक्ट्स और किसानों द्वारा बनाए गए वैल्यू ऐडेड फूड प्रोडक्ट्स भी बेचे जाएंगे. हॉर्टीकॉर्प इस बार भी प्याज, आलू, टमाटर, सेम, गाजर और छोटी प्याज (शल्लॉट्स) जैसी मुख्य सब्जियां अन्य राज्यों से मंगवाएगा. हॉर्टीकॉर्प के एक अधिकारी ने कहा कि इस साल की खरीद प्रक्रिया पिछले साल जैसी ही होगी, यानी जरूरत के अनुसार दूसरे राज्यों से ही सप्लाई पूरी की जाएगी.
नारियल तेल महंगा
बता दें कि पिछले महीने खबर सामने आई थी कि केरल में ओणम से पहले नारियल तेल महंगा हो गया है. एक साल पहले तक जो नारिय का तेल 160 रुपये लीटर बिक रहा था, अब उसकी कीमत बढ़कर 500 रुपये हो गई है. यानी कीमत में 212.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है, क्योंकि केरल में पारंपरिक रसोई में नारियल तेल का ही इस्तेमाल किया जाता है.