देशभर में मॉनसून अब पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 14 जुलाई तक देश के कई राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं. कहीं बादल गरज रहे हैं, तो कहीं तेज हवाओं के साथ मूसलधार बारिश हो रही है. खास बात यह है कि इस बार मॉनसून की चाल ने मध्य भारत, पूर्वोत्तर, दक्षिण और पश्चिम भारत के कई राज्यों को पहले ही भिगोना शुरू कर दिया है. अब आइए जानते हैं, राज्यवार कहां क्या स्थिति है और किन इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है.
मध्य और पूर्वी भारत में मक्का के खेत लबालब, बेमौसम बिजली से खतरा
इस समय मध्य भारत में मॉनसून अपनी सबसे सक्रिय स्थिति में है. पूर्वी मध्य प्रदेश में तो आज बेहद भारी बारिश (21 सेमी से अधिक) का अनुमान है. झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी बारिश की तीव्रता बनी रहेगी. मक्का और धान की फसलों के लिए यह वरदान साबित हो रहा है, लेकिन बिजली गिरने और तेज हवाओं के चलते किसानों और ग्रामीणों को सावधान रहने की जरूरत है.
उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश से राहत
हिमालयी क्षेत्र में जैसे ही बादल जमा होते हैं, वैसे ही भारी बारिश की स्थिति बन जाती है. इस बार उत्तराखंड में 9 जुलाई को बहुत भारी बारिश का अलर्ट है. हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पूर्वी-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी मध्यम से भारी बारिश जारी रहेगी. पूर्वी राजस्थान में 11 और 12 जुलाई को अत्यधिक बारिश हो सकती है. निचले इलाकों में जलभराव और पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है.
पश्चिम भारत में गुजरात और कोकण-गोवा में झमाझम बारिश, हवाएं भी तेज
दक्षिण गुजरात में बना चक्रवातीय प्रभाव पूरे 9 जुलाई पर अति भारी बारिश की वजह बनेगा, वहीं सौराष्ट्र और कच्छ में थोड़ा कम, लेकिन फिर भी जोरदार बारिश जारी रहेगी. कोकण-गोवा, फिर महाराष्ट्र के घाट इलाके (कोंकण, गोवा, मुंबई, पुणे) में भी 9 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी है. तेज हवाएं (30–40 किमी/घंटा) भी सक्रिय रहेंगी, जिससे समुद्र-तटीय इलाकों में मछुआरों, नाविकों और तटीय संरक्षण में लगे लोगों के लिए सावधानी जरूरी है.
पूर्वोत्तर भारत में त्रिपुरा-मिजोरम में मूसलधार, असम-मेघालय भी भीगेंगे
पूर्वोत्तर भारत में तो जैसे बारिश कभी रुकती ही नहीं. 9 जुलाई को त्रिपुरा और मिजोरम में बहुत भारी बारिश का अलर्ट है. असम, नागालैंड, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में भी सप्ताहभर लगातार बारिश होगी. इन क्षेत्रों में लैंडस्लाइड और बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है.
दक्षिण भारत में तेलंगाना-कर्नाटक-केरल में फिर छाए बादल
तेलंगाना में जबरदस्त बारिश के साथ-मिलापन 9 जुलाई तक चली. उस दौरान केरल, माहे, तटीय कर्नाटक और उत्तर कर्नाटक में बारिश जारी रहेगी, यहां हवा की गति 40–50 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है. कर्नाटक तट पर मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे तेज लहरों के कारण समुंदर में न जाएं. विशेष रूप से तटीय इलाकों में बाढ़ और तट रेखा के नजदीकी इलाकों में तेज हवाओं से भी संभावित खतरा है.
दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश, लेकिन गर्मी से राहत
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र 9–12 जुलाई के बीच हल्की बारिश में भीगता रहेगा. इस दौरान अधिकतम तापमान 31–34°C और न्यूनतम 23–26°C के बीच रहेगा. हर दिन गरज-चमक हो सकती है और बारिश तेज हो तो जलजमाव की स्थिति बनेगी. लेकिन जो सबसे बड़ी राहत है, वो है गर्मी से निजात तापमान सामान्य से 2–5 डिग्री नीचे रहेगा.