भारतीय मौसम विभाग यानी आईएमडी ने देश के कई राज्यों में हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया है. इन राज्यों में देश की राजधानी दिल्ली भी शामिल है. तेज चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल हो रहा है. ऐसे में डॉक्टर्स भी लोगों को यही सलाह दे रहे हैं कि वे अपने खान-पान और सेहत का पूरा खयाल रखें और जितना हो सके धूप में निकलने से बचें. हीटवेव के दौरान आमतौर पर लोगों में डिहाइड्रेशन की समस्या हो जाती है जिसके कारण शरीर में पानी की कमी होने लगती है. खबर में आगे बात करेंगे क्या होता है हीटवेव और किन सावधानियों का बरतना है जरूरी.
कब जारी होता है हीटवेव का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार हीटवेव तब जारी किया जाता है जब मैदानी इलाकों में अधिकमत तापमान 40 डिग्री सेल्सियस औक पहाड़ी इलाकों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच जाता है. बता दें कि गर्मियों में सूरज पृथ्वी के सबसे करीब होता है जिसके कारण धूप बहुत तेज होती है. जमीन पर लगातार धूप पड़ने से जमीन जरूरत से ज्यादा गर्म हो जाती है और आसपास का तापमान बढ़ने लगता है.
सेहत पर होता है बुरा असर
हीटवेव के दौरान धूप में निकलने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है जिसके कारण लू लगने से हीटस्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, थकावट, चक्कर आना, उल्टी और बेहोशी जैसी समस्या हो सकती है. हीटवेव के दौरान लोगों को यह सलाह दी जाती है कि सीधे धूप के संपर्क में आने से बचें. अगर बहुत जरूरी हो तभी बाहर निकलें. समय-समय पर कोई तरल पदार्थ पीते रहें ताकि शरीर में पानी का लेवल बना रहे और डिहाइड्रेशन से बचाव हो सके.
हीटवेव से बचने के उपाय
हीटवेव से बचाव करने का सबसे अच्छा तरीका है दिनभर में कई बार पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी ने हो. इस दौरान हल्के और ढीले कपड़े पहने ताकि शरीर में हवा आती-जाती रहे. दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक धूप में निकलने से बचे, जब भी बाहर निकलें तो सिर को ढकें और गॉगल्स पहनकर निकलें. जितना हो सके उतना ठंडी जगह पर रहने की कोशिश करें.