भारत में 2025-26 के दौरान चीनी उत्पादन में जबरदस्त बढ़ोतरी का अनुमान है. अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) के अनुसार, अच्छी मौसम स्थिति और खेती के दायरे में बढ़ोतरी की वजह से भारत का चीनी उत्पादन 280 लाख टन से बढ़कर 353 लाख टन हो सकता है, जो कि पिछले साल की तुलना में 25 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि होगी. भारत और ब्राजील में अनुकूल मौसम के चलते चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी से 2025-26 (अक्टूबर से शुरू होने वाले विपणन वर्ष) में वैश्विक उत्पादन भी बढ़ने की उम्मीद है. भारत और ब्राजील दुनिया के दो सबसे बड़े चीनी उत्पादक देश हैं, इसके बाद यूरोपीय संघ (EU) का स्थान है.
USDA की रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक चीनी उत्पादन 86 लाख टन बढ़कर 1,893 लाख टन तक पहुंच सकता है, जबकि घरेलू मानव उपभोग 24.9 लाख टन बढ़कर 1,779.2 लाख टन होने का अनुमान है. हालांकि, यूरोपीय संघ और थाईलैंड से निर्यात में कमी आने के कारण वैश्विक चीनी निर्यात घट सकता है. लेकिन भारत और चीन की वजह से चीनी का भंडारण (स्टॉक) बढ़कर 411.8 लाख टन हो सकता है, जो पिछले साल 383.1 लाख टन था.
भारत में चीनी उत्पादन 353 लाख टन होने की उम्मीद
भारत में 2025-26 के दौरान चीनी उत्पादन में 25 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी का अनुमान है. अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) के मुताबिक, यह उत्पादन 280 लाखन टन से बढ़कर 353 लाख टन हो सकता है. इसका कारण है अनुकूल मौसम और खेती का बढ़ा हुआ क्षेत्र है. साथ ही, खाद्य सेवाओं (फूड सर्विस सेक्टर) के विस्तार से देश में चीनी की खपत भी बढ़ने की उम्मीद है. आपूर्ति बढ़ने के चलते भारत का चीनी निर्यात और भंडारण (स्टॉक) दोनों में इजाफा देखा जा रहा है.
ब्राजील में 1 लाख टन चीनी की हो सकती है बढ़ोतरी
इसी तरह ब्राजील में भी चीनी उत्पादन 1 लाख टन बढ़कर रिकॉर्ड 447 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है. यह वृद्धि भी बेहतर मौसम और अधिक उपज के कारण होगी. हालांकि, ब्राजील में चीनी और एथनॉल के उत्पादन अनुपात में बदलाव आ सकता है. इस बार 51 फीसदी हिस्सा एथनॉल और 49 फीसदी हिस्सा चीनी के लिए रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल यह उल्टा था. ब्राजील में घरेलू खपत में थोड़ी गिरावट आ सकती है, लेकिन ज्यादा उत्पादन होने से निर्यात बढ़ने की संभावना है.