बरसात में मच्छरों से परेशान हैं तो अपनाएं ये देसी जुगाड़, मवेशियों को मिलेगी राहत

बरसात के मौसम में मच्छरों की भरमार से पशुपालकों की मुश्किलें बढ़ जाती हैं. मवेशियों की सेहत पर असर पड़ता है, दूध उत्पादन घट जाता है और कई बार बीमारियां भी फैलती हैं, जिससे आर्थिक नुकसान होता है. ऐसे समय में एक आसान देसी जुगाड़ किसानों के लिए कारगर साबित हो रहा है.

नोएडा | Updated On: 10 Jul, 2025 | 07:14 PM

बरसात का मौसम खेतों के लिए तो वरदान होता है, लेकिन पशुपालकों के लिए यह समय परेशानी लेकर आता है. लगातार बारिश से जहां कीचड़ और नमी बढ़ जाती है, वहीं मच्छर और मक्खियों की संख्या भी तेजी से बढ़ने लगती है. इन बरसाती मच्छरों के कारण मवेशियों को कई बीमारियों का खतरा रहता है. दूध उत्पादन घट जाता है, पशु चारा कम खाने लगते हैं और उनका व्यवहार भी बदलने लगता है. इससे पशुपालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है.

कुछ किसान इन मच्छरों से मवेशियों को बचाने के लिए मच्छरदानी या कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन इन उपायों से भी पूरी राहत नहीं मिलती. कीटनाशक से कई बार पशुओं की त्वचा पर एलर्जी हो जाती है और उनका व्यवहार असामान्य हो जाता है. इसी वजह से किसान अब एक देसी तरीका आजमा रहे हैं डिटर्जेंट स्प्रे.

बरसात में मच्छरों से मवेशियों को बचाने का देसी और असरदार तरीका

आमतौर पर घरों में कपड़े धोने के लिए इस्तेमाल होने वाला डिटर्जेंट बरसात में मवेशियों को मच्छरों से बचाने का आसान और कारगर तरीका बन गया है. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डिटर्जेंट में कीटनाशक जैसे गुण होते हैं, लेकिन यह कीटनाशकों की तरह नुकसान नहीं करता. यही वजह है कि किसान अब निडर होकर इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.

कैसे करें डिटर्जेंट का इस्तेमाल?

बरसात में मवेशियों  को मच्छरों से बचाने के लिए 10 लीटर पानी में 2 चम्मच डिटर्जेंट मिलाकर घोल तैयार करें. इस घोल का छिड़काव शाम के समय पशुशाला में करें, खासकर उन जगहों पर जहां मच्छर ज्यादा हों.क्योंकि यह समय मच्छरों की सक्रियता का होता है. ऐसे में पशुओं के पैरों के आसपास घोल छिड़कने से मच्छर तुरंत मर जाते हैं या भाग जाते हैं. यह देसी उपाय बिना नुकसान के असरदार साबित होता है और इससे मवेशियों को राहत मिलती है.

मच्छरदानी और कीटनाशक से क्यों बेहतर है यह उपाय?

डिटर्जेंट एक सस्ता और घर-घर में मिलने वाला साधन है, जो मवेशियों को मच्छरों से बचाने में कारगर है. इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता, जबकि कीटनाशकों से एलर्जी और त्वचा संबंधी दिक्कतें हो सकती हैं. मच्छरदानी लगाने के बाद भी कई बार मच्छर भीतर घुस जाते हैं, लेकिन डिटर्जेंट के स्प्रे से मच्छर खुद ही भाग जाते हैं या मर जाते हैं. यह तरीका सुरक्षित भी है और पशुओं की सेहत पर कोई नकारात्मक असर नहीं डालता.

बरसात के मौसम में पशुओं की देखभाल में थोड़ी सी सावधानी बहुत फायदेमंद हो सकती है. डिटर्जेंट का यह देसी नुस्खा न केवल मच्छरों से राहत दिलाता है, बल्कि पशुओं को बीमारियों से भी बचाता है.

Published: 10 Jul, 2025 | 07:50 PM