उत्तर प्रदेश में लगातार मुख्यमंत्री योगी और प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के नेतृत्व में प्रशासन खाद बिक्री में होने वाली गड़बड़ी और कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई कर रहा है. इसके साथ हि किसानों को य आश्वासन भी दिया जा रहा है कि प्रदेश में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि खरीफ फसलों की बुवाई और रोपाई के बाद किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार खाद-उर्वरक समय पर उपलब्ध कराई जा रही है. उन्होंने बताया कि 1 अगस्त तक केंद्र सरकार यूपी के लिए 268 रैक यूरिया भेज चुकी है, जिनमें से 223 रैक किसानों तक पहुंचाईं जा चुकी हैं.
हर दिन किसानों को पहुंचाई जा रही यूरिया
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रदेश के किसानों की हर दिन की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए यूरिया की 10 से 12 रैक रोज पहुंचाई जा रही हैं. उन्होंने बताया कि यूरिया की 20 रैक प्रदेश के अलग-अलग जिलों जैसे अयोध्या, प्रयागराज, बाराबंकी, रायबरेली, बिजनौर, मुजफ्फरनगर और अन्य जनपदों के लिए रवाना की गई हैं, जो कि जल्द ही इन जिलों के किसानों तक पहुंच जाएंगी. इसके अलावा उन्होंने बताया कि प्रदेश में खाद भरपूर मात्रा में उपलब्ध है. वर्तमान में प्रदेश में 5.72 लाख मीट्रिक टन यूरिया, 4.06 लाख मीट्रिक टन डीएपी और 2.98 लाख मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है.
ब्रांड के नाम से भ्रमित न हों किसान
कृषि मंत्री ने प्रदेश के किसानों से अपील की है कि वे खाद की बोरी पर ‘भारत यूरिया’ या ‘भारत डीएपी’ ब्रांड का नाम देखकर भ्रमित न हों. उन्होंने बताया कि ये दोनों ही ब्रांड सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त ब्रांड हैं. किसानों से लगातार ये भी अपील की जा रही है कि वे जरूरत से ज्यादा खाद स्टॉक करके न रखें. उन्हें जितना जरूरत हो उतनी ही खाद खरीदें, ताकि अन्य किसानों को भी उनके जरूरत के हिसाब से पर्याप्त मात्रा में खाद मिल सके. प्रदेश के किसान अपने नजदीकी खाद बिक्री केंद्र से आसानी से खाद खरीद सकते हैं.
कालाबाजारी करने वालों पर एक्शन जारी
प्रदेश में लगातार खाद की जमाखोरी, कालाबाजारी, ओवर रेटिंग और टैगिंग को रोकने के लिए छापेमारी की जा रही है. कृषि मंत्री ने बताया कि इस साल अबतक 12, 653 छापे मारे जा चुके हैं. जिनमें से 3,385 खाद के सैंपल लिए किए है. इन नमूनों की जांच पर पाया गया कि ये तय मानकों के अनुसार नहीं थे. छापेमारी के दौरान अबतक 15 दुकानों की बिक्री रोकी गई, 12 दुकानें सील की गईं, 1,196 लाइसेंस रद्द हुए, 571 निलंबित हुए और 111 मुकदमे दर्ज कर 11 लोगों को जेल भेजा गया है. कृषि मंत्री ने साफ और कड़े शब्दों में कहा कि खाद बिक्री में किसी भी तरह की गड़बड़ी करने वाले पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी.