उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार सरकार खाद वितरण को लेकर सक्रिय है. प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही लगातार अलग-अलग शहरों में औचक निरीक्षण कर खाद बिक्री करने वाली कई दुकानों पर सख्त कार्रवाई कर चुके हैं. कुछ के लाइसेंस निलंबित कर दिए गए हैं तो कुछ पर FIR दर्ज की गई है. वहीं कुछ दुकानों में बिक्री रजिस्टर में सही जानकारी न मिलने के कारण दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. अब इस मुद्दे का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए साफ शब्दों में कहा है कि प्रदेश में कालाबाजारी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही सीएम योगी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश भी दिए हैं कि प्रदेश के सभी किसानों को समय पर जरूरत अनुसार खाद उपलब्ध कराई जाए.
तस्करी और कालाबाजारी पर सख्त निगरानी
उत्तर प्रदेश के कृषि विभाग के सभी संबंधित अधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान सीएम योगी ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि प्रदेश में खाद की तस्करी और कालाबाजारी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि हर जिले में जिलाधिकारी के स्तर पर खाद वितरण की निगरानी की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि खाद वितरण को लेकर किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो. सीएम योगी ने साफ शब्दों में कहा कि किसी भी तरह की गड़बड़ी मिलने पर सख्त कर्रवाई की जाएगी.
खाद की कमी पर वैकल्पिक व्यवस्था
उत्तर प्रदेश कृषि विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार, सीएम योगी ने निर्देश दिए हैं कि अगर प्रदेश में खाद की कमी हो रही है तो तुरंत प्रभाव से खाद आपूर्ति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए. साथ ही उन्होंने हर जिले के खाद के थोक और खुदरा विक्रेताओं के स्टॉक की नियमित रूप से सही से जांच करने के भी निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर दुकानदारों के लाइसेंस रद्द किए जाएंगे और केस दर्ज किया जाएगा.
किसानों की शिकायत पर हुई कार्रवाई
यूपी में पिछले कई दिनों में अलग-अलग जिलों में किसानों की शिकायत के बाद कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने खाद वितरण और नकली खाद को लेकर औचक निरीक्षण किया. बता दें कि निरीक्षण के दौरान कृषि मंत्री को प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत सीतापुर और बलरामपुर में भी गड़बड़ी मिली. जिसके बाद कई दुकानों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए. इसके अलावा कृषि मंत्री ने खाद बिक्री को लेकर हुई गड़बड़ी के चलते जिले के कृषि अधिकारी को निलंबित कर दिया.