आपदा की मुश्किल घड़ी में किसानों का साथ नहीं छोड़ेगी सरकार, नुकसान की भरपाई होगी

कृषि मंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अब समय आ गया है जब किसान केवल अनाज उत्पादन पर निर्भर न रहें, बल्कि उन्हें बागवानी और इंटीग्रेटेड फार्मिंग के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Updated On: 1 Sep, 2025 | 03:51 PM

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिल्ली में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में देशभर के कृषि क्षेत्र की समीक्षा की. इस दौरान कृषि मंत्री ने अलग-अलग राज्यों में हो रही बारिश की भी जानकारी ली. इसके साथ ही उन्होंने खरीफ फसलों की बुवाई और किसानों की समस्या के बारे में भी जानकारी ली. बता दें कि, बारिश होने के कारण जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है, उन्हें कृषि मंत्री ने पूरी तरह से मदद करने का आश्वासन दिया है. इसके अलावा कृषि मंत्री ने किसानों की आमदनी बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम करने के निर्देश दिए हैं.

पंजाब के किसानों को आश्वासन

पंजाब में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और उससे किसानों को हुए नुकसान पर भी कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों से जानकारी ली. उन्होंने पंजाब के किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि किसान बिल्कुल चिंता न करें. इस प्राकृतिक आपदा की मुश्किल घड़ी में सरकार उनके साथ है. कृषि मंत्री ने बताया कि वे जल्दी ही पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों कै दौरा भी करेंगे. उन्होंने बताया कि अपने दौरे के दौरान वे खुद किसानों से मिलकर उनसे बातचीत कर हर संभव तरह से उनकी मदद करेंगे. ताकि किसानों के नुकसान की भरपाई की जा सके.

खरीफ फसलों की बुवाई में बढ़ोतरी

दिल्ली में आयोजित हुई बैठक में केंद्रीय कृषि सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने कृषि मंत्री को देश में कृषि क्षेत्र की मौजूदा स्थिति पर विस्तार से जानकारी दी. इस दौरान कृषि मंत्री को बताया गया कि बीते सालों की तुलना में इस साल खरीफ फसलों की बुवाई में बढ़ोतरी हुई है, जो कि एक अच्छा संकेत है. इसके साथ ही संबंधित अधिकारियों ने कृषि मंत्री से आलू, प्याज और टमाटर जैसी बागवानी फसलों की उत्पादन स्थिति और कीमतों पर भी चर्चा की.

इंटीग्रेटेड फार्मिंग पर जोर

कृषि मंत्री ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अब समय आ गया है जब किसान केवल अनाज उत्पादन पर निर्भर न रहें, बल्कि उन्हें बागवानी और इंटीग्रेटेड फार्मिंग के लिए भी प्रोत्साहित किया जाए , ताक किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी हो सके और किसान आर्थिक तौर पर मजबूत होकर आत्मनिर्भर बन सकें. कृषि मंत्री ने कहा कि इंटीग्रेटेड फार्मिंग मॉडल को ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुँचाया जाए, ताकि वे इस तकनीक का लाभ ले सकें और खेती को एक फायदे का सौदा बना सकें. जिससे उन्हें एक ही जमीन पर कई अलग-अलग फसलों की खेती करने से अच्छी कमाई हो सके.

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Published: 1 Sep, 2025 | 03:34 PM

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