आलू किसानों के लिए केंद्र का बड़ा फैसला, यूपी में पोटैटो सेंटर के लिए 111 करोड़ मंजूर

उत्तर प्रदेश के आगरा में पोटैटो रिसर्च सेंटर बनाने के लिए केंद्र ने मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही केंद्र ने सहायता राशि देने को भी मंजूरी दी है.

नोएडा | Updated On: 25 Jun, 2025 | 07:21 PM

केंद्र सरकार ने आलू किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए पोटैटो सेंटर बनाने को मंजूरी दे दी है. इसके लिए केंद्र ने 111.5 करोड़ रुपये की सहायता राशि भी जारी करेगा. यह पोटैटो रिसर्च सेंटर उत्तर प्रदेश के आगरा में बनेगा. सेंटर को मंजूरी मिलने से आलू और शकरकंद उत्पादन में बढ़ोत्तरी होगी और बेहतर क्वालिटी की उपज किसान हासिल कर सकेंगे. बता दें कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करीब आधा दर्जन मंडलों में शामिल जिलों में प्रदेश के 75 फीसद आलू का उत्पादन होता है.

आलू और शकरकंद का उत्पादन बढ़ेगा

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश के आगरा के सिंगना में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र (सीआईपी) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना को स्‍वीकृति दी है. इस निवेश का मुख्य उद्देश्य आलू और शकरकंद की उत्पादकता, कटाई के बाद प्रबंधन और मूल्य संवर्धन में सुधार करके खाद्य एवं पोषण सुरक्षा, किसानों की आय और रोजगार सृजन को बढ़ाना है.

आगरा के सिंगरा में बनेगा रिसर्च सेंटर

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के सिंगरा में अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र (सीआईपी) के दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना की मंजूरी को एक महत्वपूर्ण कदम बताया है. शिवराज सिंह ने कहा कि गेहूं और चावल के बाद उपभोग के लिहाज से आलू का स्थान तीसरे नंबर पर आता है. चीन के बाद भारत आलू उत्पादन में तीसरे नंबर पर हैं. आलू प्रमुख फसल भी है एवं खाद्य सुरक्षा के लिहाज से भी बेहद जरूरी है.

मुधमेह के मरीजों के खाने योग्य किस्में तैयार होंगी

भारत में मुख्यतः आलू की टेबल वैरायटी का उत्पादन होता है, जबकि निर्यात बाजार में प्रोसेस करने योग्य किस्मों की मांग होती है. इसमें जर्म प्लाज्म का भंडार होगा, जिसका उपयोग करके अधिक उत्पादकता वाले बीज तैयार किए जाएंगे. केंद्र सरकार द्वारा ऐसी नई किस्मों के प्रजनन का कार्य किया जाएगा जो जलवायु अनुकूल हों और गर्मी, रोगों तथा कीटों के प्रतिरोधी क्षमता से परिपूर्ण हों. इस केंद्र के माध्यम से बायोफार्टिफाईड किस्मों के विकास पर भी बल दिया जाएगा. ऐसी वैरायटी बनाने पर भी जोर होगा, जिसे मुधमेह के मरीज भी खा सकें.

देश में 34 प्रतिशत आलू पैदा करता है यूपी

शिवराज सिंह ने कहा कि वर्तमान में आलू का अधिकांश उत्पादन उत्तर भारतीय राज्यों में होता है और विंध्य पर्वत श्रृंखला के दक्षिण में उत्पादन बहुत कम है, इसलिए इस केंद्र के माध्यम से विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों के अनुसार उपयुक्त आलू की किस्मों के विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा. अभी देश में 34 प्रतिशत आलू का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है, जिसमें आगरा व आसपास के क्षेत्र प्रमुख है, इसलिए आगरा में इस केंद्र की स्थापना का निर्णय लिया गया है.

आलू केंद्र के बेहतर कामकाज के लिए समिति बनेगी

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने यह भी बताया कि केवल आलू ही नहीं बल्कि अन्य कंदीय फसलों जैसे शकरकंद उसके भी गुणवत्तापूर्ण उत्पादन की दिशा में कार्य करेगा. उन्होंने कहा कि एक समन्वय समिति का भी गठन किया जाएगा, जिसमें भारत सरकार के कृषि सचिव एवं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक शामिल रहेंगे. शिवराज सिंह ने बताया कि केंद्र के माध्यम से जो भी वैरायटी तैयार की जाएगी, उस पर भारत सरकार का आधिपत्य होगा। सभी वैराइटी पर हमारा नियंत्रण रहेगा.

Published: 25 Jun, 2025 | 04:44 PM

Topics: