अब खरपतवार की NO टेंशन, गाजर घास से इस तरह तैयार करें सुपरफर्टाइल खाद, बंपर होगी पैदावार!

Tips For Farmers: धान, गेहूं या अन्य फसलों की पैदावार बढ़ाने में किसानों के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है खरपतवार. खासकर मानसून के मौसम में गाजर घास जैसी जिद्दी घास खेतों की उर्वरता खा जाती है और फसल कमजोर कर देती है. लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इसका एक आसान और असरदार हल ढूंढ निकाला है जो है गाजर घास को सीधे खाद में बदलकर मिट्टी की ताकत बढ़ाना और पैदावार को बंपर बनाना. ऐसे में आइए जानते हैं इस देसी और कारगर तरीके को कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं.

नोएडा | Published: 10 Sep, 2025 | 04:01 PM
1 / 6मानसून के मौसम में खेतों में खरपतवार विशेष रूप से गाजर घास किसानों के लिए बड़ी चुनौती बन जाती है. यह फसल की पैदावार घटाता है और मिट्टी से पोषक तत्व भी सोख लेता है. गाजर घास बेहद जिद्दी होती है और खेत से हटाने के बावजूद जल्दी दोबारा उग जाती है.

मानसून के मौसम में खेतों में खरपतवार विशेष रूप से गाजर घास किसानों के लिए बड़ी चुनौती बन जाती है. यह फसल की पैदावार घटाता है और मिट्टी से पोषक तत्व भी सोख लेता है. गाजर घास बेहद जिद्दी होती है और खेत से हटाने के बावजूद जल्दी दोबारा उग जाती है.

2 / 6कृषि वैज्ञानिकों ने गाजर घास को सीधे खाद में बदलने का तरीका खोजा है. इससे फसल की पैदावार बढ़ती है और मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहती है.

कृषि वैज्ञानिकों ने गाजर घास को सीधे खाद में बदलने का तरीका खोजा है. इससे फसल की पैदावार बढ़ती है और मिट्टी की उर्वरता भी बनी रहती है.

3 / 6गाजर घास को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर उसमें नीम की पत्तियां और गेहूं का भूसा मिलाकर अच्छी तरह सुखाना चाहिए, जिससे यह खाद बनाने के लिए तैयार हो जाता है.

गाजर घास को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर उसमें नीम की पत्तियां और गेहूं का भूसा मिलाकर अच्छी तरह सुखाना चाहिए, जिससे यह खाद बनाने के लिए तैयार हो जाता है.

4 / 6खाद बनाने के लिए लगभग 20 फीट लंबी, 4 फीट चौड़ी और 3 फीट गहरी टंकी बनाई जाती है. इसे ईंट, प्लास्टिक या बांस की मदद से तैयार किया जा सकता है.

खाद बनाने के लिए लगभग 20 फीट लंबी, 4 फीट चौड़ी और 3 फीट गहरी टंकी बनाई जाती है. इसे ईंट, प्लास्टिक या बांस की मदद से तैयार किया जा सकता है.

5 / 6टंकी में पहले 6 इंच गाजर घास मिश्रण डालें, फिर 1 इंच मिट्टी और गोबर की परत डालें. यह प्रक्रिया तब तक दोहराएं जब तक टंकी पूरी तरह भर न जाए. टंकी के ऊपर 6 इंच मिट्टी, जुट का बोरा और गोबर की परत डालकर पुआल से ढक दें और नियमित रूप से पानी छिड़ककर नमी बनाए रखें.

टंकी में पहले 6 इंच गाजर घास मिश्रण डालें, फिर 1 इंच मिट्टी और गोबर की परत डालें. यह प्रक्रिया तब तक दोहराएं जब तक टंकी पूरी तरह भर न जाए. टंकी के ऊपर 6 इंच मिट्टी, जुट का बोरा और गोबर की परत डालकर पुआल से ढक दें और नियमित रूप से पानी छिड़ककर नमी बनाए रखें.

6 / 645 दिनों तक नमी बनाए रखने के बाद गाजर घास से बनी खाद पूरी तरह तैयार हो जाती है, जो खेत की मिट्टी को पोषक तत्व प्रदान करती है और पैदावार बढ़ाती है.

45 दिनों तक नमी बनाए रखने के बाद गाजर घास से बनी खाद पूरी तरह तैयार हो जाती है, जो खेत की मिट्टी को पोषक तत्व प्रदान करती है और पैदावार बढ़ाती है.