ओडिशा सरकार ने बलांगीर और सोनपुर जिलों के लोगों को बहुत बड़ी खुशखबरी दी है. सरकार ने इन दोनों जिलों में कृषि और फिशरीज कॉलेज खोलने का ऐलान किया है. यह ऐलान राज्य सरकार के एक साल पूरे होने के मौके पर भुवनेश्वर में आयोजित राज्य स्तरीय ‘कृषक समावेश’ कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री केवी सिंह देव ने किया. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग ने बलांगीर में एग्रीकल्चर कॉलेज और सोनपुर में फिशरीज कॉलेज खोलने का फैसला लिया है.
बलांगीर में खुलने वाला कृषि कॉलेज, ओडिशा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी (OUAT) के तहत चौथा कॉलेज होगा. इससे पहले ऐसे कॉलेज भुवनेश्वर, भवानीपटना और चिपिलीमा में हैं. फिलहाल पूरे राज्य में सिर्फ एक फिशरीज कॉलेज है, जो गांजाम जिले के बेरहामपुर के पास रंगेलुंडा में स्थित है.
काफी समय से हो रही थी कृषि विश्वविद्यालय की मांग
बलांगीर में कृषि कॉलेज की घोषणा से वहां के लोगों को काफी फायदा होगा. हालांकि, इस जिले के लोग काफी समय से कृषि विश्वविद्यालय की मांग कर रहे थे, जिसे पहले बीजेडी सरकार ने पूरा करने का वादा किया था. उस सरकार ने 2014-15 और 2015-16 के कृषि बजट में इसके लिए प्रतीकात्मक रूप से 1 लाख रुपये का प्रावधान भी किया था.
60 एकड़ जमीन की पहचान
सोनपुर में फिशरीज कॉलेज खोलने की प्रक्रिया भी पिछली सरकार ने शुरू की थी. इसके लिए चिपिलीमा के एग्रीकल्चर डीन की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई थी, जिसे डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई थी. जिला प्रशासन को लगभग 60 एकड़ जमीन की पहचान करने के लिए कहा गया था.
सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं
जगह तय होने के बाद, 2023 में उस समय के जिला कलेक्टर ने मछली पालन और पशु संसाधन विभाग को चिट्ठी लिखकर टीम भेजने को कहा, ताकि प्रस्तावित कॉलेज के लिए उस जगह की जांच की जा सके. लेकिन बार-बार याद दिलाने के बावजूद सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया. यह मुद्दा बजट सत्र के दौरान बिर्महराजपुर के विधायक रघुनाथ जगडाला ने विधानसभा में उठाया. लेकिन हैरानी की बात यह रही कि मछली पालन और पशु संसाधन मंत्री गोकुलानंद मलिक ने जवाब में कहा कि उनके विभाग को सोनपुर में फिशरीज कॉलेज के लिए कोई प्रस्ताव मिला ही नहीं है.