केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने खरीफ सीजन 2025 के दौरान कृषि उत्पादन बढ़ाने और किसानों की लागत घटाने के लिए विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत की गई है. इसका उद्देश्य किसानों को उन्नत तकनीक के जरिए खेती करने के तरीके सिखाने के साथ उत्पादन की क्वालिटी को बेहतर करना है. इस अभियान के तहत कृषि वैज्ञानिकों की 2 हजार टीमें खेत तक और किसानों तक पहुंचेंगी. इसके साथ ही कार्यक्रम में उत्पादन टारगेट के साथ ही मौसम, जलाशयों की स्थिति समेत कई बिंदुओं पर विभागीय अधिकारी आंकड़े पेश कर रहे हैं.
क्रॉप वेदर वॉच मीटिंग में जुड़ेंगे राज्य
क्रॉप वेदर वॉच मीटिंग की जाती है. इसमें फसल कैसी होगी इसका जायजा लिया जाता है. आकलन के बाद डाटा को शेयर किया जाता है और उस डाटा का कई पॉलिसी में इस्तेमाल किया जाता है. इसलिए राज्यों को हर मीटिंग अटेंड करने का अनुरोध किया गया है.
2024-25 में उत्पादन लक्ष्य
गर्मी की फसल उत्पादन अनुमान के पास चावल, मोटे अनाज के पास पहुंच गया है. आंकड़े आने तक इस बार उत्पादन और बढ़ने की उम्मीद है.
गेहूं का उत्पादन बीते सालों की तुलना में काफी बढ़ा है.
- धान का लक्ष्य 147 मिलियन टन लक्ष्य
- गेहूं का उत्पदान 117 मिलियन टन टारगेट है.
- दलहन का उत्पादन लक्ष्य बढ़ने की संभावना है.
- खाद्यान का लक्ष्य 341 मिलियन टन था उससे लक्ष्य 354 मिलियन टन रखा गया है.
- खरीफ सीजन 2025 विकसित संकल्प अभियान
खरीफ सीजन 2023 की तुलना में 2024 में रकबा बढ़ा
- 6 फीसदी धान का रकबा बढ़ा है.
- सबसे ज्यादा धान और मक्का का रकबा बढ़ा है
- मक्का का 1.3 फीसदी रकबा बढ़ा है.
- मक्का का उत्पदान 11 फीसदी बढ़ा है.
- अच्छे मॉनसून के चलते जलाशयों की स्थिति बेहतर हुई है.
- जलस्तर काफी अच्छा रहा है.
- इससे 2025-25 खरीफ सीजन में दलहन तिलहन में बढ़ोत्तरी की उम्मीद जताई गई है.
2 हजार टीमें खेतों और किसानों तक पहुंचेंगी
कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ विकसित संकल्प अभियान 2025 में कहा गया है कि अभियान के संचालन के लिए 15 मई तक सभी 200 हजार टीमें तैयार हो जाएंगी. अभियान के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. मीडिया सेल की स्थापना की जा रही है, डीडी किसान योजना से जुड़ेगा.

Kharif Season 2025 Campaign
विकसित संकल्प अभियान का उद्देश्य
- उन्नत तकनीकों, नई किस्मों और सरकारी योजनाओं के बारे में किसानों के बीच जागरूकता फैलाना
- प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना और उसका प्रसार करना
- किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड (एस.एच.सी.) में सुझायी गयी विभिन्न फसलों में संतुलित खादों के प्रयोग के लिए जागरूक एवं शिक्षित करेंगे
- कृषि – ड्रोन प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन: केवीके, आईसीएआर संस्थान और इफको, कृषि में ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग पर प्रदर्शन करेंगे
- किसानों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए आई. सी. टी. (ICT) का व्यापक उपयोग
- धान की सीधी बुवाई (डी. एस. आर), सोयाबीन की फसल में मशीनीकरण (Raised and furrow प्रणाली, बीबीएफ आदि) जैसी अन्य उन्नत फसल तकनीकों का प्रसार
विकसित कृषि संकल्प अभियान का टारगेट
- अवधि: 29 मई से 12 जून 2025 (15 दिन)
- 1.0-1.5 करोड़ किसानोंके साथ सीधा संवाद
- 10-12 लाख किसान प्रतिदिन (3 टीम प्रति जिला; 2-3 ग्राम पंचायत प्रतिदिन; 1200-1800 किसान
- प्रति जिला प्रतिदिन)
- 2000 टीमें
- 700 जिला
अभियान की टीम कौन से अधिकारी शामिल होंगे
- कृषि विज्ञान केंद्रों के विशेषज्ञ आईसीएआर के वैज्ञानिकगण
- राज्य कृषि बागवानी एवं पशुपालन व मत्स्यपालन विभागों के अधिकारी राष्ट्रीय कीट निगरानी प्रण एन. पी. एस. एस. से जुड़े पौध संरक्षण अधिकारी
- प्रगतिशील किसान कृषि उद्यमी तथा एफपीओ एफआईजी स्वयं सहायता समूह के सदस्य एवं प्रतिनिधि
- राज्य कृषि एवं बागवानी विभाग से अपेक्षाएं
- संसाधनों को साझा करना ऐसे किसानों को संगठित करने और पात्रा मार्ग तैयार करने लिए बीटीएमएटीएम आदि की तैनाती
- राज्य सरकार के पास मौजूद कृषि रो. नी. के. को इस अभियान के लिए पी.ओ.एस. के आधार पर उप कराना.
- राज्य कृषि वागवानी एवं नान विभागों के भाग पी. एस. आधार पर वाहन उप कराना.
- इस तरह के स्तर के अभियान भी इस अभियान के साथ जुड़कर अधिक प्रभावी बनाये.