MP में मत्स्य पालन को मिला उद्योग का दर्जा, CM बोले- अब मछली पालन से बढ़ेगा रोजगार

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मत्स्य पालन को उद्योग का दर्जा देने की घोषणा की है. उनका लक्ष्य है मध्यप्रदेश को मत्स्य उत्पादन में देश का नंबर-1 राज्य बनाना.

धीरज पांडेय
नोएडा | Published: 13 Jul, 2025 | 08:35 PM

अब मछली सिर्फ खाने की चीज नहीं रही, बल्कि मध्यप्रदेश में रोजगार का मजबूत जरिया बन रही है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ऐलान किया है कि राज्य में मछली पालन को अब उद्योग का दर्जा मिलेगा. उज्जैन में निषादराज सम्मेलन के मंच से उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है मध्यप्रदेश को देश में मत्स्य उत्पादन में नंबर वन बनाना. इसके लिए आधुनिक हैचरी, एक्वा पार्क और स्मार्ट फिश पार्लर जैसी योजनाओं पर करोड़ों रुपये का निवेश किया जा रहा है, जिससे युवाओं को रोजगार और मछुआ समुदाय को स्थायी आमदनी मिलेगी.

अब मत्स्य पालन भी बना उद्योग

इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पानी में खेती करने वाला मछुआरा सबसे साहसी होता है. अब मछली पालन   को सिर्फ परंपरा नहीं, उद्योग के रूप में देखा जाएगा. सरकार की नई नीति के तहत इस क्षेत्र में बड़े स्तर पर निवेश होगा. इसके लिए, युवाओं को रोजगार देने के लिए स्टार्टअप, प्रशिक्षण और आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा दिया जाएगा. इससे मत्स्य पालन न सिर्फ आय का जरिया बनेगा, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी.

मछली बीज उत्पादन में अब बंगाल पर नहीं रहेगी निर्भरता

अब मध्यप्रदेश को मछली बीज के लिए बंगाल पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा. सरकार 217 करोड़ रुपये खर्च करके प्रदेश में अत्याधुनिक हैचरी बना रही है. इससे मछली के बीज अब यहीं तैयार होंगे, जिससे किसानों को कम कीमत में बीज मिल सकेगा. इसके अलावा, बाहर से मंगवाने का खर्च बचेगा और मछली उत्पादन बढ़ेगा. यह आत्मनिर्भर भारत की ओर एक मजबूत कदम माना जा रहा है, जिससे रोजगार और आमदनी दोनों बढ़ेंगे.

भोपाल में बन रहा हाईटेक एक्वा पार्क

सरकार मछली पालन को तालाबों से निकालकर एक मजबूत उद्योग  बनाना चाहती है. इसके लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर पर बड़ा निवेश किया जा रहा है. यही वजह है कि भोपाल में 40 करोड़ रुपये की लागत से हाईटेक एक्वा पार्क बन रहा है. इसके अलावा, इंदिरा सागर में 92 करोड़ की लागत से 3360 केज की परियोजना का भूमि पूजन हो चुका है. साथ ही, 22.65 करोड़ रुपये से 453 स्मार्ट फिश पार्लर भी बनाए जा रहे हैं, जिससे पूरी सप्लाई चेन को मजबूती मिलेगी.

Modern Hatchery

उज्जैन में मंच से संबोधित करते सीएम मोहन यादव

मछुआरों के लिए बाइक्स से लेकर क्रेडिट कार्ड तक

राज्य सरकार ने 430 मछुआरों को आईस बॉक्स वाली मोटरसाइकिलें दी हैं, जिससे मछलियां ताजा हालत में बाजार तक पहुंच सकें. मध्यप्रदेश में करीब 2 लाख मत्स्य पालक रजिस्टर हैं और महिलाओं की भागीदारी भी तेजी से बढ़ रही है. इसेक अलावा, मछुआ क्रेडिट कार्ड जैसी योजनाओं से व्यापार करना आसान होगा. सरकार की कोशिश है कि मछुआ समुदाय आत्मनिर्भर बने और मछली पालन को एक मजबूत व्यवसाय में बदला जा सके.

निषादराज का सम्मान और मछुआ समाज के लिए नया संकल्प

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भगवान राम के मित्र महाराज निषादराज का जिक्र करते हुए मछुआ समुदाय के साहस और योगदान को सराहा. उन्होंने कहा कि यह समुदाय सदियों से समाज की रीढ़ रहा है. साथ ही उन्होंने 15–30 जुलाई तक चलने वाले नशा मुक्ति अभियान का भी ऐलान किया और समाज में बदलाव के लिए संकल्प लेने की अपील की.

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Published: 13 Jul, 2025 | 08:35 PM

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