बकरा हो गया ज्यादा मोटा? रुक सकती है प्रजनन क्षमता, डाइट में करें ये जरूरी बदलाव

बकरी पालन में सफलता के लिए सही आहार सबसे जरूरी है. अगर पालक नर बकरा और दुधारू बकरी के आहार को समझदारी से बांटें तो न केवल दूध उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि प्रजनन क्षमता भी बनी रहेगी और मुनाफा भी ज्यादा होगा.

नोएडा | Published: 13 Jul, 2025 | 07:15 PM

बकरी पालन से अच्छी आमदनी तभी संभव है जब पशु स्वस्थ और उत्पादक हों. लेकिन कई बार अज्ञानता या लापरवाही के कारण पालक कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो सीधे-सीधे उत्पादन और प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती हैं. खासकर नर बकरे (बोका) के आहार को लेकर अक्सर यह भ्रम रहता है कि जितना ज्यादा खिलाएंगे, उतना ताकतवर होगा. लेकिन हकीकत ये है कि अगर बकरा जरूरत से ज्यादा मोटा हो गया तो उसकी प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है. इसलिए नर बकरे और दुधारू बकरी, दोनों के आहार को समझदारी से मैनेज करना जरूरी है. ऐसे में बकरी पालन में सफलता के लिए यह जानना जरूरी है कि दुधारू बकरी और नर बकरे (बोका) को कैसा और कितना आहार देना चाहिए.

प्रजनन वाले बकरे का खास ध्यान रखें

बोका यानी नर बकरा आमतौर पर चराई नहीं करता, इसलिए उसे रोज हरा और सूखा चारा देना जरूरी होता है. साथ ही, उसे 400 से 600 ग्राम तक दाना भी देना चाहिए ताकि उसकी ताकत बनी रहे. लेकिन अगर बोका लंबे समय तक प्रजनन के काम में नहीं लिया जा रहा है तो उसे ज्यादा खिलाने से वह मोटा हो सकता है. ऐसे में दाने की मात्रा कम कर देनी चाहिए ताकि उसका शरीर संतुलित और फिट बना रहे.

मोटे बकरे की प्रजनन क्षमता हो सकती है कम

मीडिया की एक रिपोर्ट की माने तो अगर नर बकरा जरूरत से ज्यादा मोटा या चरबीदार हो गया तो उसकी सक्रियता और प्रजनन क्षमता कम हो सकती है. ऐसे में उसकी डाइट से मकई, गेहूं और चावल जैसे ज्यादा ऊर्जा देने वाले दानों की मात्रा घटा दें. उसके आहार को हल्का और नियंत्रित रखें ताकि वह सक्रिय और फिट बना रहे.

दुधारू बकरी को चाहिए संतुलित आहार

दूध देने वाली बकरियों को ज्यादा पोषण की जरूरत होती है. उन्हें दिन में करीब 3 से 4 किलो तक हरा और सूखा चारा देना चाहिए. इसके साथ ही, जितना दूध देती हैं, उसके हिसाब से दाना भी जरूरी है. उदाहरण के तौर पर, अगर कोई बकरी रोज 1 लीटर दूध देती है तो उसे 300 ग्राम दाना देना चाहिए. यह दाना सुबह-शाम दो बार बराबर मात्रा में दें ताकि पाचन भी सही रहे और पोषण भी.

आहार प्रबंधन से बढ़ेगा मुनाफा

सही आहार न सिर्फ बकरी को स्वस्थ रखता है, बल्कि दूध उत्पादन और प्रजनन दोनों में सुधार लाता है. अगर पालक दुधारू बकरी और बकरे  के आहार को अलग-अलग और संतुलित ढंग से दें तो बकरी पालन से होने वाला मुनाफा भी बढ़ सकता है. इससे बकरियों की सेहत भी बनेगी और लंबे समय तक उत्पादन बना रहेगा.