किसानों को लूटने की पूरी थी तैयारी… फर्जी धान केंद्र का भंडाफोड़, कई हजार क्विंटल धान बरामद
प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और पाए गए तौल कांटे व बारदाने को जब्त करने के निर्देश दिए. अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बिना अधिकृत आदेश के किसी भी प्रकार की धान खरीदी या उसकी तैयारी अवैध है. अधिकारियों को मौके पर धान से भरी बोरियों में कई हजार क्विंटल फसल भी मिली है.
मध्य प्रदेश के मैहर जिले में फर्जी धान खरीद केंद्र का भंडाफोड हुआ है. मौके से प्रशासन ने बारदाना सहित तौल कांटा भी जब्त किया है. जबकि, किसानों की कई हजार क्विंटल धान भी रखी पाई गई. किसानों की मेहनत से उगाई गई फसल को सरकारी उठान के नाम पर ट्रैक्टर और ट्रकों से बाहर ले जाने की तैयारी थी. किसानों को चूना लगाने से पहले ही प्रशासन ने छापा मारकर अवैध तरीके से खरीद केंद्र बनाने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही शुरू की गई है.
मैहर जिले के अमरपाटन तहसील में फर्जी धान खरीद केंद्र
मैहर जिले के अमरपाटन तहसील में फर्जी धान खरीदी केंद्र का पता चलने पर जिला प्रशासन ने मौके पर छापा मारा, जिसके बाद अधिकारियों के होश उड़ गए. मौके पर कई हजार क्विंटल धान से भरी बोरियां पाई गईं. अधिकारियों के अनुसार आरोपी व्यक्ति रामनिहोर पटेल ने अपनी राजनीतिक रसूख का फायदा उठाते हुए फर्जी तरीके से खेतों के पास मैदान में सरकारी धान खरीद के नाम पर तौल कांटा और बारदाना जुटा लिया और किसानों के बीच सरकारी खरीद केंद्र के रूप में प्रचारित किया.
बिना अनुमति के किसानों का धान खरीदने की पूरी तैयारी थी
अमरपाटन तहसील अंतर्गत कठहा क्षेत्र में रामनिहोर पटेल नामक व्यक्ति ने बिना किसी अधिकृत अनुमति के खुद ही धान खरीदी केंद्र स्थापित करने की कोशिश की गई, जबकि स्थल को अभी प्रशासनिक स्वीकृति तक नहीं मिली थी. जानकारी के अनुसार स्थल बनने से पहले ही मौके पर तौल कांटा और सरकारी बारदाना पाया गया. यह साफ तौर पर दर्शाता है कि संबंधित व्यक्ति ने राजनीतिक रसूख और दबंगई के बल पर अवैध तरीके से खरीदी केंद्र संचालित करने की तैयारी कर ली थी.
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फर्जी धान खरीद केंद्र पर बोरियों में जमा किसानों की धान.
स्वयं सहायता समूह को खरीद केंद्र मिलने का दावा कर रहा था आरोपी
रामनिहोर पटेल ने सावित्री बाई स्वयं सहायता समूह के नाम से नया समूह बनाया गया था, जिसे वह सरकारी धान खरीद केंद्र मिलने का दावा किसानों के बीच करता था. जबकि, प्रशासनिक रिकॉर्ड में इस समूह को कोई धान खरीदी केंद्र आवंटित नहीं किया गया है. इसके बावजूद इस तरह की गतिविधियां सामने आना गंभीर धोखाधड़ी की ओर इशारा करता है.
बोरियों में किसानों की कई हजार क्विंटल धान मिली
मामले की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया और पाए गए तौल कांटे व बारदाने को जब्त करने के निर्देश दिए. अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि बिना अधिकृत आदेश के किसी भी प्रकार की धान खरीदी या उसकी तैयारी अवैध है. अधिकारियों को मौके पर धान से भरी बोरियों में कई हजार क्विंटल फसल भी मिली है. प्रशासन ने आरोपी के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है.