Today Mandi Rate: पंजाब में जहां एक तरफ तेज बारिश से धान की खेती करने वाले किसानों को राहत मिली है, वहीं मक्का उगाने वाले किसानों के लिए यह मुश्किलें लेकर आई है. क्योंकि बारिश से फसल में नमी ज्यादा हो गई है. इस वजह से मक्का का बाजार भाव 2,200 रुपये से गिरकर 1,200 से 1,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. ऐसे में किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है. किसानों का कहना है कि अगर बारिश इसी तरह से बीच-बीच में होती रही, तो फसल की क्वालिटी और गिर जाएगी. इससे लागत भी नहीं निकाल पाएंगे.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, लुधियाना जिले के एक गांव के किसान गुरमीत सिंह ने कहा कि धान को खड़े पानी की जरूरत होती है, इसलिए बारिश हमारे लिए फायदेमंद है. उन्होंने यह भी कहा कि ट्यूबवेल चलाने की जरूरत कम हो गई है, जिससे बिजली की बचत हो रही है. लेकिन मक्का किसानों की कहानी अलग है. अभी मक्का की फसल काटने का समय है और ऐसे समय में बारिश से फसल में नमी ज्यादा हो गई है. इसकी वजह से मक्का का बाजार भाव गिर गया है और किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है.
मक्का के रेट में भारी गिरावट
वहीं, कौनके कलां गांव के किसान बलदेव सिंह ने कहा कि हमने मक्का काट लिया था, लेकिन वो भीग गया और अब सुखा नहीं पा रहे, क्योंकि रोज बारिश हो रही है. उन्होंने कहा कि बाजार में मक्के की कीमत 2,200 रुपये से गिरकर 1,200 से 1,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है. फसल में ज्यादा नमी होने की वजह से हमें नुकसान उठाना पड़ रहा है. एक और मक्का किसान ने कहा कि फसल अभी काटनी बाकी थी. उन्होंने कहा कि मैंने धान और मक्का दोनों बोए थे. बारिश धान के लिए तो अच्छी है, लेकिन मक्के के लिए नुकसानदायक है. मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं इस हालात में खुश होऊं या परेशान.
बारिश से भूजल स्तर में सुधार
पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (PAU) के विशेषज्ञों का कहना है कि बरसात इस समय पूरे क्षेत्र में धान के लिए काफी फायदेमंद साबित हो रही है. PAU के वैज्ञानिकों ने कहा कि बारिश से खेतों में जो जो पानी जमा हो रहा है, वह इस समय धान की अच्छी बढ़त के लिए बेहद जरूरी है. उन्होंने यह भी कहा कि समय पर हुई मॉनसूनी बारिश न सिर्फ धान की फसल के लिए फायदेमंद है, बल्कि इससे मिट्टी की सेहत सुधरती है और भूजल स्तर भी रिचार्ज होता है, जिससे खेती और पर्यावरण दोनों को फायदा होता है.
किसानों के लिए खास सलाह
भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, पंजाब में आने वाले हफ्तों में मध्यम से तेज बारिश होने की संभावना है. इसलिए किसानों को सलाह दी गई है कि कटी हुई फसलों को बचाकर रखें और उन्हें खुले खेतों में स्टोर न करें.