Today Mandi Rate: पंजाब और हरियाणा में गिरते भूजल स्तर को रोकने के लिए दोनों राज्य की सरकारें की फसल विविधीकरण को बढ़ावा दे रही हैं. धान की जगह दूसरी खरीफ फसलों की खेती करने के लिए किसानों को सलाह दी जा रही है. खास कर मक्के की खेती करने के लिए किसानों को प्रात्साहित किया जा रहा है. इसके लिए किसानों को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. लेकिन राज्य की मंडियों में मक्के का ताजा रेट मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) से भी कम है. हरियाणा में तो मिनिमम प्राइस MSP का आधा हो गया है.
ऐसे में किसान को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं, एक्सपर्ट का कहना है कि मक्के का रेट इसी तरह से चलता रहा, तो किसान प्रोत्साहन के बाद भी इसकी खेती करने से कतराएंगे.
हरियाणा में मक्के का ताजा रेट
राष्ट्रीय कृषि बाजार (e-Nam) की रिपोर्ट के मुताबिक, 5 जुलाई को हरियाणा की INDRI मंडी में मक्के की मिनिमम प्राइस 1,050 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया, जो एमएसपी के मुकाबले आधे से भी कम है. जबकि, मॉडल प्राइस 1,500 रुपये क्विंटल और मैक्सिमम प्राइस 2,200 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया. हालांकि, अभी मक्के का एमएसपी 2225 रुपये क्विंटल है. यानी मक्के का मिनिमम प्राइस एमएसपी से आधे से भी ज्यादा कम है. जबकि, मैक्सिमम रेट एमएसपी से 25 रुपये कम है. खास बात यह है कि केंद्र सरकार ने फसल सीजन 2025-26 के लिए मक्के का एमएसपी बढ़ाकर 2400 रुपये क्विंटल कर दिया है.
मक्के का मैक्सिमम रेट 2,200 रुपये क्विंटल
इसी तरह पंजाब की बात करें तो यहां की अमलोह मंडी में शनिवार को मक्के का मैक्सिमम रेट 2,200 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया, जो एमएसपी से 25 रुपये कम है. हालांकि, मॉडल प्राइस 2,150 रुपये क्विंटल रहा, जो हरियाणा के मुकाबले काफी बेहतर है. साथ ही मिनिमम प्राइस भी 1,500 रुपये क्विंटल रहा, जो हरियाणा के मिनिमम रेट से 450 रुपये ज्यादा है. खास बात यह है कि 5 जुलाई को अमलोह मंडी 1,952 क्विंटल मक्के की आवक हुई, जबकि 8,906 क्विंटल मक्के का कारोबार हुआ.
मक्के की खेती पर 17,500 रुपये की प्रोत्साहन राशि
बता दें कि पंजाब सरकार ने इस साल धान की जगह 12 हजार हेक्टेयर में मक्की खेती का प्लान तैयार किया है. कृषि में विविधता लाने के लिए पंजाब सरकार मक्के की खेती करने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर 17,500 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दे रही है. सरकार को उम्मीद है कि इससे प्रदेश में मक्के का उत्पादन बढ़ेगा और किसानों की कमाई में भी बढ़ोतरी होगी. वहीं, हरियाणा सरकार ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ के तहत धान की जगह मक्का , कपास, दालें, तिलहन, सब्जियां और चारा की खेती के साथ-साथ बागवानी करने वाले किसानों को प्रति एकड़ 8,000 रुपये की आर्थिक सहायता दे रही है.