मक्का किसानों की चांदी, MSP से 66 फीसदी अधिक मिल रहा दाम, अन्नदाता बोले- कमाई बढ़ गई
हिमाचल सरकार अपने किसानों को प्राकृतिक तरीके से उगाई गई मक्का के लिए 4000 रुपये प्रति क्विंटल का भाव दे रही है. जो, केंद्र की ओर से सामान्य मक्का के लिए तय एमएसपी से 66 फीसदी अधिक है. मक्का किसानों ने अधिक भाव मिलने से कमाई बढ़ने पर खुशी जताई है. राज्य में मक्का खरीद 10 नवंबर से चल रही है.
मक्का किसानों की चांदी हो गई है, क्योंकि उन्हें केंद्र की ओर से तय न्यूनतम समर्थन मूल्य से 66 फीसदी अधिक भाव दिया जा रहा है. दरअसल, हिमाचल प्रदेश सरकार ने मक्का किसानों से उपज की खरीद 10 नवंबर से शुरू की है और हमीरपुर, सोलन, चंबा, मंडी समेत अन्य जिलों के किसानों से मक्का की तेजी से खरीद जारी है. किसानों को एमएसपी से अधिक दाम दिए जाने से किसानों में उपज बिक्री के लिए उत्साह देखा जा रहा है.
केंद्र सरकार ने मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए सामान्य मक्का के लिए 2400 रुपये प्रति क्विंटल भाव तय किया गया है. लेकिन, हिमाचल प्रदेश सरकार अपने किसानों को प्राकृतिक तरीके से उगाई गई मक्का के लिए 4000 रुपये प्रति क्विंटल का भाव दे रही है. जो, केंद्र के एमएसपी की तुलना में 66 फीसदी अधिक है. हिमाचल सरकार आत्मा परियोजना के तहत किसानों को प्राकृतिक तरीके से मक्का की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है और इसीलिए उपज का बढ़ाकर भाव दे रही है.
आपदा में फसल नुकसान से खरीद टारगेट घटा
हिमाचल प्रदेश के कृषि विभाग ने इस बार 10 जिलों से 2371 क्विंटल मक्का खरीदने का लक्ष्य रखा है. हालांकि, यह लक्ष्य पिछले साल के 3989 क्विंटल मक्का खरीद से काफी कम है. कम खरीद टारगेट पर कृषि विभाग का कहना है कि इस बार मॉनसूनी बारिश और आपदा के चलते मक्का फसल को भारी नुकसान पहुंचा है. उपज भी बुरी तर प्रभावित हुई है. इसीलिए खरीद टारगेट कम रखा गया है. हालांकि, कृषि विभाग ने कहा कि अगर खरीद केंद्रों पर ज्यादा उपज आती है तो उसे भी खरीदा जाएगा.
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इस सीजन मक्का का भाव 1000 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ा
राज्य के 10 जिलों से मक्का की खरीद शुरू की गई है. इसमें से चार जिलों में 10 नवंबर से खरीद की जा रही है. जबकि, अब बाकी जिलों में भी खरीद प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. किसानों को प्राकृतिक तरीके से मक्का की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के इरादे से इस बार न्यूनतम समर्थन मूल्य में 1000 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया है. पिछली बार राज्य सरकार ने किसानों को 3000 रुपये प्रति क्विंटल का भाव दिया था, लेकिन इस बार 4000 रुपये प्रति क्विंटल भाव दिया जा रहा है.
किसानों से खरीदकर गोदाम में रखी जा रहीं मक्का की बोरियां.
हमीरपुर के किसानों ने 4000 रुपये क्विंटल पर बेची मक्का
राज्य कृषि विभाग के अनुसार हमीरपुर जिले में प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए आत्मा परियोजना के तहत नादौन के बाद अब हमीरपुर में भी प्राकृतिक तरीके से उगाई गई मक्की की खरीद शुरू कर दी है. पक्काभरो स्थित सिविल सप्लाई गोदाम में 40 रुपये प्रति किलो (4000 रुपये प्रति क्विंटल) की दर से मक्का खरीदी गई, जिसमें हमीरपुर और सुजानपुर ब्लॉक के किसानों को लाभ पहुंचा है.
मक्का जांच के लिए सैंपल भेजे गए
आत्मा परियोजना निदेशक डॉ. नितिन कुमार शर्मा ने खरीद प्रक्रिया की निगरानी की और मक्का के सैंपल लैब परीक्षण के लिए भेजे हैं. यदि किसी सैंपल में रासायनिक खाद या दवा का इस्तेमाल पाया गया तो उस किसान की मक्का उपज वापस कर दी जाएगी. स्थानीय किसान नरेंद्र कुमार और राजेश शर्मा ने बताया कि प्राकृतिक खेती से बेहतर कमाई होने लगी है और विभाग की यह योजना किसानों के लिए बेहद लाभदायक साबित हो रही है. किसान प्राकृतिक खाद का उपयोग कर उत्पादन बढ़ा रहे हैं और सरकारी खरीद से उनकी आय में भी बढ़ोत्तरी हो रही है.