अपनी औषधीय खूबियों और स्वाद के लिए मशहूर लीची की खेती किसानों की भारी कमाई करा रही हैं. लेकिन, लीची की बहन के नाम मशहूर लोंगान की खेती खूब बाजार मांग और बढ़िया कीमत के चलते किसानों की पसंद बन रही है. लोंगान लीची की तरह दिखती है और इसे ड्रैगन आई के नाम से भी जाना है. पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने खेती की सलाह दी है प्लांटेशन का समय भी किसानों को बताया है.
48 डिग्री तापमान में आसानी से उत्पादन
उत्तराखंड के तराई और मैदानी क्षेत्रों के किसान लोंगान की खेती कर अधिक आमदनी कर सकते हैं. सैपिनदासी प्रजाति का लोंगान पौधा हूबहू लीची जैसा दिखता है. पंतनगर में चल रहे अखिल भारतीय किसान मेले में पहली बार इसे प्रदर्शनी और बिक्री के लिए रखा गया है. कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि लीची के सीजन के बाद लोंगान की हार्वेस्टिंग होती है. इसका उत्पादन 48 डिग्री सेल्सियस तापमान तक में आसानी से हो सकता है.
गमले में उगा सकते हैं पौधा
ड्रैगन आई के नाम से लोंगान मशहूर है. पंत कृषि विश्विद्यालय में अखिल भारतीय किसान मेले में पश्चिम बंगाल की नर्सरी ने इसे अपने स्टॉल में प्रदर्शनी और बिक्री के लिए रखा है. इसकी खास बात यह है कि इसे गमले में उगा कर दो साल में कमर्शियल प्रोडक्शन लिया जा सकता है. कृषि वैज्ञानिकों ने उत्तराखंड के तराई मैदानी क्षेत्रों में इसकी खेती के लिए उपयुक्त बताया है.
ग्राफ्टिंग तकनीक से तैयार कर सकते हैं नर्सरी
सैपिनदासी कुल के इस पौधे की लोंगान थाईलैंड प्रजाति है, जिससे उनकी नर्सरी में ग्राफ्टिंग तकनीक से पौधे तैयार किए जा रहे हैं. सैपिनदासी कुल में ही लीची और रामभूटान पौधे भी आते हैं, जिससे लीची को लोंगान की बहन और रामभूटान पौधे को भाई कहा जाता है. लोंगान फल के अंदर गोल गुठली मौजूद होती है, जो फल काटने पर ड्रैगन की आंख जैसी दिखती है. इसकी वजह से फल को ड्रैगन आई भी कहा जाता है.
2 साल में एक पौधा देता है 50 किलो फल
भारत में लीची का उत्पादन काफी मात्रा में होता है. लेकिन. फिर भी इसकी कीमत 120 से 150 रुपये के बीच रहती है. वहीं, लोंगान की कीमत 350 रुपये से 500 रुपये तक मिल जाती है. पौधे को लगाने के महज दो वर्षों में इस प्रजाति का लोंगान पौधा 15 से 20 किलो तक का उत्पाद कर सकता है. जबकि चार साल बाद इस पेड़ से 40 से 50 किलो तक किसान उत्पाद ले सकता है.

लोगान का पौधा.
करोड़ों रुपये की कमाई का गणित समझिए
इस हिसाब से अगर एक पौधे से किसान को 50 किलो फल मिल रहा है और बाजार में भाव 500 रुपये मिल जाता है तो एक पौधे से ही 25 हजार रुपये की कमाई होगी. अगर किसी ने 100 पौधे लगा रखे हैं तो उसकी कमाई 25 लाख रुपये हो जाएगी. इसी तरह अगर पौधों की संख्या बढ़ा दें तो उनसे ज्यादा उत्पादन होगा और किसान की कमाई करोड़ों रुपये जा सकती है.
बीमारियों से बचाते हैं लोंगान में पाए जाने वाले तत्व
लोंगान फल में लीची की तरह खट्टापन बिल्कुल नहीं होता है. बल्कि यह बेहद सुगंधित और मीठा होता है. इसके फल का वजन 35 ग्राम तक पाया गया है. थाईलैंड की लोंगान प्रजाति में विटामिन बी और सी, विशेष रूप से थायमिन (बी1) सहित इसमें पोटेशियम, तांबा, जस्ता, मैग्नीशियम, फास्फोरस और लोहा जैसे जरूरी खनिज मौजूद होते हैं, जिसके सेवन से कोई भी बीमार व्यक्ति खुद को स्वस्थ रख सकता है.