भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) ने धान की दो नई किस्में विकसित की हैं, जिनकी बुवाई करने वाले किसानों को अधिक उत्पादन मिल रहा है. केंद्रीय कृषि शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इन नई किस्मों की खेती प्रगतिशील किसानों ने शुरू की है. रोगरोधी होने के चलते इन धान की किस्मों से कीटों और रोगों का प्रकोप किसानों को नहीं झेलना पड़ा है. वहीं, जलवायु अनुकूल किस्में होने के चलते भी किसानों को अधिक उत्पादन का रास्ता खुला है.
मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा किया. इस दौरान वह वामनखेड़ा गांव पहुंचे जहां उन्होंने धान की नई किस्में को देखा. गांव में उन्होंने किसानों से बातचीत करते हुए अन्य फसलों की भी जानकारी ली. कृषि मंत्री ने किसानों को नई किस्मों को अपनाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि यह किस्में आईसीएआर के वैज्ञानिकों ने विकसित की हैं, जो रोगरोधी होने के साथ ही जलवायु के अनुकूल हैं, जिससे इनका उत्पादन ज्यादा मिलेगा और लागत कम आएगी.
दो नई धान किस्मों की खुद अपने खेत में कृषि मंत्री ने की है बुवाई
कृषि मंत्री ने कहा कि धान की नई वैरायटी धान 1637 और धान 1885 को हमारे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने निकाली है, वह रोग प्रतिरोधक भी है, जलवायु के अनुकूल भी है. उन्होंने कहा कि इस बार मैंने कोशिश की कि इन किस्मों के साथ 4 नई वैरायटी वाली किस्मों की बुवाई की है. उन्होंने कहा कि मैं खुद खेती करता हूं और इस तरह के प्रयोगों को अपनाता हूं.
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नई किस्मों की बुवाई करने वाले किसान से बातचीत की
केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि मेरे साथ प्रीतम सिंह हैं जो प्रगतिशील किसान हैं. यह प्रयोग हम इसलिए कर रहे हैं कि अगर इससे उत्पादन अच्छा होता है, पैदावार अच्छी होती है तो इसको बाकी सब किसानों के साथ शेयर करके और कोशिश करेंगे कि फिर वो ज्यादा पैदावार देने वाली धान की किस्में भी लगाएं. बाकी फसलों पर भी यह प्रयोग करेंगे.
अच्छा उत्पादन मिलेगा और किसानों तक नई किस्म पहुंचाएंगे
कृषि मंत्री के रूप में मैं खेती भी करता हूं तो मेरी कोशिश रहती है कि ऐसे ढंग से करें कि हम बाकी किसानों को भी जो नए प्रयोग हो रहे हैं. उनसे परिचित करा पाएं और अभी फसल अच्छी है. अब उत्पादन किसानों के सामने देखेंगे कितना होता है. उन्होंने उम्मीद जताई की उत्पादन बहुत बेहतर होगा. यह मुझे लग रहा है और अच्छा हुआ तो बाकी सब किसान भी इसको करेंगे.