प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोयंबटूर के साउथ इंडिया नेचुरल फार्मिंग समिट 2025 में शामिल हुए थे. पीएम ने बड़ी सैलरी वाली कॉर्पोरेट की नौकरी छोड़कर प्राकृतिक खेती अपनाने वाले एग्री एंटरप्रेन्योर, साइंटिस्ट, किसान उत्पादक संगठन (FPO) और भारत की कृषि को बदलने वाले किरदारों से मिले. अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होंने प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया है.
Horticultural Crops Subsidy Scheme: राज्य सरकार ने किसानों को बागवानी फसलों की खेती के लिए सब्सिडी देने की घोषणा करते हुए प्रति एकड़ रकम तय कर दी है. बागवानी विभाग ने कहा है कि इस पहल के तहत किसानों को फलों, सब्जियों, फूलों और मसालों की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
घर पर गार्डन में टमाटर को आसानी उगाया जा सकता है. कम से कम 12 इंच गहरा और 10 इंच चौड़ा गमला होना चाहिए. मिट्टी अच्छी गुणवत्ता वाली होने चाहिए. आप बाजार से तैयार मिट्टी या खाद और मिट्टी का मिश्रण भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
बेमौसम बारिश ने केला किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है, क्योंकि जलभराव की स्थिति में पौधों में सड़न रोग का खतरा बढ़ गया है. इसके अलावा फसल में कीटों और बीमारियों का प्रकोप भी तेज हो रहा है. ऐसे में किसानों को फसल की देखभाल के लिए यहां कुछ टिप्स बताए जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर नुकसान से बचा जा सकता है.
फूलों की मांग बाजार में हर समय बनी रहती है और यही कारण है कि किसान भी इनकी खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. लेकिन कुछ फूल ऐसे भी होते हैं जो कि व्यावसायिक खेती के साथ-साथ घर के गार्डन में भी लगाने के काम आते हैं. आज आपको ऐसे ही एक फूल के बारे में बताते हैं जो न केवल आपके गार्डन की शोभा बढ़ाएगा, बल्कि तनाव को भी दूर करेगा.
आजकल ज्यादातर राज्यों में रजिस्ट्री की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध है. आप अपने राज्य की भूमि रजिस्ट्रेशन वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्री की जांच कर सकते हैं. इसके लिए आपको सिर्फ रजिस्ट्रेशन नंबर और तारीख भरनी होती है.