Longan ki Kheti: लोंगान पौधा हूबहू लीची जैसा दिखता है. लीची के सीजन के बाद इसकी हार्वेस्टिंग होती है. यह पौधा लीची की बहन यानी कि लोंगान के नाम से मशहूर है. पंत कृषि विश्विद्यालय में इसके बीज और पौधे खरीदने के लिए किसान पहुंच रहे हैं.
खेती करते समय अगर सही फसल का चुनाव किया जाए तो यह किसानों की बढ़िया कमाई कराती है. कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार आलू की खेती से भी ज्यादा मुनाफा देने वाली ग्लेडियोलस की खेती करने का यह सही मौसम है. किसान फूल की खेती करके मोटा मुनाफा बना सकते हैं.
राजस्थान सरकार कृषि उत्पादन बढ़ाने पर जोरशोर से काम कर रही है. इसी दिशा में किसानों को उन्नत खेती के साथ कम लागत में ज्यादा पैदावार हासिल करने पर फोकस है. इसके लिए नॉलेज इनहैंसमेंट प्रोग्राम शुरू किया गया है.
बिहार के साथ उत्तर प्रदेश भी मखाना उत्पादन में आगे निकलने के लिए तैयारियों में जुट गया है और इसी क्रम में वैज्ञानिकों का मखाना उत्पादन का प्रयोग सफल रहा है. किसानों को खेती के लिए ट्रेनिंग भी जाएगी और बीज भी कृषि वैज्ञानिक उपलब्ध कराएंगे.
कम सिंचाई वाले और सूखे इलाके के किसानों को कैक्टस की खेती की ट्रेनिंग दी जा रही है. ग्रीन एग्रीकल्चर प्रोजेक्ट के तहत इसकी खेती के फायदे और इस्तेमाल के तरीके किसानों को सिखाए गए हैं.
मछली पालकों को अकसर शिकायत रहती है कि उनकी मछलियों का वजन नहीं बढ़ रहा है. इसके अलावा मछलियों में सफेद फफूंद रोग भी तेजी से फैलता है. इससे बचाव करना बेहद जरूरी है, क्योंकि यह स्थितियां आपके फायदे को नुकसान में बदल सकती हैं. यहां कुछ उपाय बताए जा रहे हैं जिनकी मदद से सुधार किया जा सकता है.