हर साल चीन में लगभग 2.8 मिलियन मीट्रिक टन लीची का उत्पादन होता है, जो दुनिया के कुल उत्पादन का 70% है. इसकी खेती मुख्य रूप से ग्वांगडोंग, हैनान और फुजियान में होती है.
चीन में लीची की 100 से भी अधिक किस्में उगाई जाती हैं. इनमें प्रमुख किस्में हैं वाई ची, हाक यिप और नो माई ची, जो अपनी मिठास, सुगंध और गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं.
भारत में सालाना करीब 0.70 मिलियन मीट्रिक टन लीची का उत्पादन होता है. इसमें से 40% से ज्यादा उत्पादन बिहार से होता है. शाही लीची और चाइना लीची यहां की प्रसिद्ध किस्में हैं.
ताइवान हर साल करीब 0.13 मिलियन मीट्रिक टन लीची पैदा करता है. यहां दक्षिणी और मध्य हिस्सों में इसकी खेती होती है, जहां चीन से अलग किस्मों को भी उगाया जाता है.
थाईलैंड में लीची का उत्पादन लगभग 0.04 मिलियन टन है, जबकि वियतनाम 0.03 मिलियन टन पैदा करता है. वियतनाम के बैक गियांग और हाई डुओंग जैसे प्रांत इसके प्रमुख उत्पादक क्षेत्र हैं.
दक्षिण अफ्रीका, मेडागास्कर, मॉरीशस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश भी लीची की खेती करते हैं. ये देश निर्यात बाजारों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उपयुक्त जलवायु का लाभ उठाते हैं.