घर के आंगन में लगाएं किचन गार्डन, आधा हो जाएगा महीने का खर्च.. खाने को मिलेंगी ताजी सब्जियां

किचन गार्डन एक छोटी सी सब्जी वाटिका होती है, जिसे घर के आंगन, पिछवाड़े या छत पर आसानी से तैयार किया जा सकता है. ये बाग न सिर्फ स्वास्थ्य और बचत का साधन है, बल्कि आत्मनिर्भरता की ओर एक मजबूत कदम भी है.

धीरज पांडेय
नोएडा | Published: 20 Jul, 2025 | 08:05 PM

आज के समय में महंगाई लगातार बढ़ रही है और बाजार से खरीदी गईं सब्जियों में स्वाद और ताजगी की कमी दिखती है. ऐसे में घर के आंगन या छत पर लगाया गया एक छोटा सा किचन गार्डन आपको न केवल ताजी सब्जियां देगा, बल्कि आपके खाने को स्वाद और सेहत से भर देगा. रसोईघर बाग लगाने से न सिर्फ सब्जियों का खर्च कम होता है, बल्कि हर दिन ताजा धनिया, पुदीना, टमाटर, मिर्च जैसी चीजें घर में ही मिल जाती हैं.

क्या होता है रसोईघर बाग?

उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग के मुताबिक, घर के आंगन, पिछवाड़े या छत पर बनाई गई ऐसी छोटी सी सब्जी वाटिका, जहां पारिवारिक जरूरतों के अनुसार हर मौसम में सब्जियां और कुछ फल उगाए जाते हैं. इसे परिवार के सदस्य खुद अपने मेहनत से तैयार करते हैं. इसमें बहुत बड़ी जगह की जरूरत नहीं होती, इसके लिए दो-तीन क्यारियों में भी आप एक अच्छा किचन गार्डन बना सकते हैं. पहले के समय में यह परंपरा थी कि हर घर के पास एक छोटा सा बाग जरूर होता था, जहां मिर्च, धनिया, बैंगन, लौकी जैसी सब्जियां उगाई जाती थीं.

रसोईघर बाग का उद्देश्य?

रसोईघर बाग  का उद्देश्य घर के लिए ताजे और सुरक्षित सब्जियों की पूर्ति करना होता है. यह सिर्फ सजावट या शौक नहीं बल्कि एक उपयोगी काम है, जिससे आप रोज के खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों, सलाद और मौसमी फलों को शामिल कर सकते हैं. इससे भोजन में ताजगी और पौष्टिकता आती है. इसके साथ ही घर की महिलाएं जब चाहें तुरंत किचन से बाहर जाकर ताजी सब्जी या पत्ता तोड़ सकती हैं.

हर मौसम में मिलती है ताजी सब्जियां

रसोईघर बाग से हर मौसम में ताजी सब्जियां आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं. टमाटर, मिर्च, पालक, मैथी, धनिया, नींबू, पपीता जैसे फल और पत्तेदार सब्जियां रोजाना बिना खर्च के मिलती हैं. साथ ही घर की बची-खुची चीजें जैसे सब्जियों के छिलके, चावल का मांड, दाल के झाग आदि को कंपोस्ट बनाकर  खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे न सिर्फ घर के कचरे का सही उपयोग होता है बल्कि जैविक खेती को भी बढ़ावा मिलता है.

कम खर्च, कम मेहनत में शुरू करें रसोईघर बाग

रसोईघर बाग शुरू करने के लिए किसी बड़े खर्च की जरूरत नहीं होती. इसके लिए बस घर की खुली जगह, कुछ गमले या कंटेनर, बीज और थोड़ा समय ही काफी है. शुरुआत धनिया, पालक, मेथी, टमाटर और मिर्च जैसी जल्दी उगने वाली सब्जियों से की जा सकती है. इतना ही नहीं इसमें पुराने बर्तन, बाल्टी या प्लास्टिक की बोतलों को काटकर भी गमले की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है. थोड़ी सी देखभाल और रोजाना पानी देने से कुछ ही हफ्तों में आपकी थाली में घर की उगाई ताजी हरी सब्जियां शामिल होने लगेंगी.

रसोईघर बाग सिर्फ सब्जियां उगाने का तरीका नहीं है, यह एक सोच है स्वस्थ जीवन, बचत और आत्मनिर्भरता की. जब आपके बच्चे वही टमाटर खाएं जिसे आपने उगाया हो तो उसका स्वाद और संतोष दोनों दोगुना हो जाता है.

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