Murrah Buffalo : आज के दौर में जब खेती से आमदनी कम होती जा रही है, तब पशुपालन किसानों और युवाओं के लिए कमाई का मजबूत सहारा बनता जा रहा है. खासकर डेयरी फार्मिंग में एक मुर्रा भैंस है, जिसे लोग प्यार से काला सोना कहते हैं. वजह साफ है-यह भैंस रोजाना 15 से 20 लीटर तक दूध देती है और सही देखभाल में मुनाफा कई गुना बढ़ा देती है. अगर आप भी कम लागत में अच्छी कमाई का रास्ता ढूंढ रहे हैं, तो यह खबर आपके काम की है.
दूध देने की मशीन मानी जाती है यह भैंस
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस मुर्रा भैंस की सबसे बड़ी खासियत इसका शानदार दूध उत्पादन है. आम भैंसों के मुकाबले यह नस्ल ज्यादा दूध देती है और लंबे समय तक देती रहती है. रोजाना औसतन 15 से 20 लीटर दूध मिलना सामान्य बात मानी जाती है. अगर खानपान सही हो, साफ-सफाई रखी जाए और समय पर टीकाकरण किया जाए, तो दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों बनी रहती हैं. यही वजह है कि डेयरी कारोबार में इसे सबसे भरोसेमंद नस्लों में गिना जाता है.
युवाओं के लिए कमाई का नया मौका
देश में दूध की मांग लगातार बढ़ रही है. बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर किसी की रोजमर्रा की जरूरत दूध से जुड़ी है. ऐसे में पशुपालन रोजगार का अच्छा विकल्प बनकर उभरा है. बढ़ती बेरोजगारी के बीच अब युवा भी नौकरी की बजाय डेयरी फार्मिंग की ओर रुख कर रहे हैं. इस भैंस की मांग इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि यह कम समय में ज्यादा मुनाफा देती है. गाढ़े काले रंग की वजह से इसे काला सोना कहा जाता है, और कमाई के मामले में यह नाम बिल्कुल सही बैठता है.
सरकारी मदद से आसान शुरुआत
पशुपालकों के लिए राहत की बात यह है कि सरकार की कई योजनाएं इस काम को आसान बना रही हैं. भैंस खरीदने पर कई जगह 25 से 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी मिल रही है. इससे कम पूंजी वाले किसान भी डेयरी फार्मिंग शुरू कर पा रहे हैं. अगर कोई व्यक्ति सिर्फ 4-5 भैंसों से शुरुआत करता है, तो भी धीरे-धीरे अच्छा और स्थिर व्यवसाय खड़ा किया जा सकता है. सही योजना और मेहनत से आत्मनिर्भर बनना मुश्किल नहीं है.
कीमत, पहचान और ज्यादा मुनाफा
इस भैंस की पहचान करना आसान है. इसका रंग आम भैंसों से ज्यादा गहरा काला होता है. सींग छोटे और पीछे की ओर मुड़े होते हैं, जबकि आंखें चमकदार दिखाई देती हैं. बाजार में एक अच्छी भैंस की कीमत करीब 70 हजार रुपये से शुरू हो सकती है. कमाई की बात करें तो दूध के साथ-साथ उससे बने उत्पाद भी बड़ा फायदा देते हैं. इस भैंस के दूध में फैट ज्यादा होता है, जिससे दही, पनीर और घी की गुणवत्ता बेहतरीन बनती है. बाजार में इनकी कीमत भी अच्छी मिलती है. यही कारण है कि कई पशुपालक इससे सालाना लाखों रुपये तक कमा रहे हैं. सही देखभाल के साथ यह भैंस वाकई किसानों के लिए काला सोना साबित हो सकती है.