केंद्र सरकार द्वारा मक्का का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) निर्धारित करने के बाद भी किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. देश की कई मंडियों में मक्का का मौजूदा रेट एमएसपी 2225 रुपये प्रति क्विंटल से काफी कम है. ऐसे में किसानों के लिए परेशानी बढ़ गई है.
बात अगर कृषि प्रधान राज्य हरियाणा की करें तो यहां पर 30 जून को मक्का का रेट एमएसपी से काफी कम रहा. करनाल मंडी में मक्का का मिनिमम प्राइस 1060 रुपये क्टिंल दर्ज किया गया, जो एमएसपी से 1,165 रुपये कम है. यानी करनाल मंडी में मक्के का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से 52.36 फीसदी कम है. वहीं, सोमवार को टमाटर का मिनिमम मंडी भाव 1850 रुपये क्विंटल और गेहूं 2146 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया.
इस मंडी में मक्के का मिनिमम रेट
केंद्रीय कृषि एंव किसान कल्याण मंत्रालय के अनुसार, हरियाणा की करनाल मंडी में 30 जून को मक्के का मिनिमम रेट 1060 रुपये क्टिंल रहा. जबकि, मॉडल प्राइस 2025 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया. जबकि अधिकतम प्राइस 2356 रुपये क्विंटल पहुंच गया. वहीं, सोमवार को मंडी में 3400 क्विंटल मक्के की आवक हुई. हालांकि, 13,225 क्विंटल मक्के का कारोबार हुआ.
गेहूं का कितना है मंडी भाव
वहीं बात अगर गेहूं की करें, तो राजस्थान की कोटा मंडी में इसका मिनिमम रेट 2146 रुपये क्विंटल रहा. जबकि, मॉडल और मैक्सिमम प्राइस क्रमश: 2465 और 3002 रुपये क्विंटल पहुंच गया. ऐसे में गेहूं किसानों ने सोमवार को उपज बेचकर बंपर कमाई की. खास बात यह है कि कल मंडी में 2874 क्विंटल गेहूं की आवक हुई, जबकि,8116 क्विंटल गेहूं का कारोबार हुआ.
किसान कर रहे अच्छी कमाई
इसी तरह आंध्र प्रदेश की मदनपल्ली मंडी में टमाटर का मिनिमम रेट 1850 रुपये, मॉडल रेट 1850 रुपये और मैक्सिमम रेट 3500 रुपये क्विंटल दर्ज किया गया. सोमवार को मंडी में 12563 क्विंटल फ्रेश टमाटर की आवक हुई और 14881 क्विंटल टमाटर का कारोबार हुआ है. कहा जा रहा है कि बारिश से आंध्र प्रदेश में टमाटर की उत्पादन में गिरावट आई है. इससे टमाटर की कीमतों में तेजी आई है. अब टमाटर उत्पादक किसान पहले से अच्छी कमाई कर रही हैं. हालांकि, कुछ दिन पहले खबर सामने आई थी कर्नाटक में टमाटर किसान लागत नहीं निकाल पा रहे हैं. ऐसे में वे सड़कों पर टमाटर फेंक रहे हैं.